महंगाई डायन: आलू में जबरजस्त उबाल, बिना कटे ही प्याज ने रुलाया  

आमद कम व मांग अधिक होने के चलते इनके दामों में लगातार वृद्धि होती जा रही है।

आमतौर पर शारदीय नवरात्रि के समय से आलू, प्याज सहित सब्जियों के दाम गिरने लगते हैं। क्योंकि इस समय आलू व प्याज की नई फसल आने के साथ सब्जियों की कटान शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार इसके उलट यानी दाम घटने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं। आमद कम व मांग अधिक होने के चलते इनके दामों में लगातार वृद्धि होती जा रही है। जिससे आमजन महंगाई की चपेट में पिसता जा रहा है।

 

आलू में उबाल, प्याज ने रुलाया

कोरोना की वजह से पहले तो लोगों की आय प्रभावित हुई और अब यह बढ़ती महंगाई उन्हें रुला रही है। जहां एक तरफ सब्जियों के राजा कहे जाने वाले आलू में जबरजस्त उबाल देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ प्याज किचन में बिना कटे ही लोगों के आंसू निकाल रहा है। हरी सब्जियों में गोभी, पालक, ब्रोकली, टमाटर, आदि के दामों में गिरावट का नामोनिशान नही है। इसका असर सीधे लोगों की जेब में पड़ रहा है।

10 रुपए तक हो गई वृद्धि

बता दें कि उत्तर प्रदेश में आलू 40 से 60 तो प्याज 70 से 90 रुपए प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। चुनावों के समय महंगाई पर बड़े बड़े दावे करके जनता को लुभाती हैं। या यूं कहें कि ड्रामे करके बेवकूफ बनाती हैं, तो गलत नही होगा। बताते चलें पिछले एक माह से सब्जियों खासकर आलू के बढ़े दाम जनता को खासे अखर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह की बात करें आलू के भाव में कमी होने की बजाय 10 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हो चुकी है।

15 दिनों में आएगी नई फसल

आढ़तियों की माने तो किसी भी मंडी में मांग के अनुसार पूर्ति नही हो पा रही है। व्यापारी व कोल्ड स्टोर संचालक स्टॉक डंप किए हुए हैं। नई आलू अभी आ नही पाई है। महाराष्ट्र में बारिश हो जाने की वजह से प्याज की आपूर्ति घटी है। जिस वजह से इनके दामों में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है। नई फसल आने के बाद हैं इनके दामों में कमी हो पाएगी।
बताते चलें कि वैसे तो आलू की नई फसल नवरात्रि में आ जाती थी, इस बार अभी कम देखने को मिल रही है। अनुमान है कि करीब 15 दिन बाद आलू व प्याज की नई फसल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। जिसके बाद आमजन को राहत मिलेगी।

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