बिहार में छाएं पीएम मोदी, नीतीश कुमार गायब, उठे रहे हैं ये बड़ें सवाल

28 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी की ओर से एक विज्ञापन सामने आया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आ रहे है, लेकिन नीतीश कुमार गायब हैं।

पटना: 28 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी की ओर से एक विज्ञापन सामने आया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर आ रहे है, लेकिन नीतीश कुमार गायब हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या सत्ता विरोधी लहर की वजह से बीजेपी नीतीश कुमार से परहेज कर रही है। यही वजह है कि पार्टी नीतीश कुमार की तस्वीर का इस्तेमाल अपने पोस्टर-बैनर में नहीं कर रही है। इसको लेकर एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी टिप्पणी की है।

एलजेपी चीफ चिराग पासवान ने एक निजी समाचार चैनल से बात करते हुए कहा, ‘मैंने अपने ट्वीट में स्पष्ट कहा है कि मेरे भाजपा के साथियों को ये समझ में आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा पोस्टर-बैनर में लगाने से नुकसान हो रहा है। थोड़ा अजीब लगता है कि जिनके नेतृत्व में आप चुनाव लड़ने जा रहे हैं उनकी तस्वीर से आप परहेज कर रहे हैं। लेकिन इससे भाजपा को लाभ होगा। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी के साथी जितना उनके नेतृत्व को स्वीकार करते हैं तो कहीं ना कहीं जनता भाजपा के साथ भी नाराजगी दिखा सकती है।’

चिराग पासवान ने बीजेपी के इसी विज्ञापन को लेकर रविवार सुबह एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘आदरणीय नीतीश कुमार को प्रमाण पत्र की आवश्यकता खत्म होती नहीं दिख रही है। @BJP4India के साथियों का नीतीश कुमार को पूरे पन्ने का विज्ञापन और प्रमाणपत्र देने के लिए शुक्रगुजार होना चाहिए और जिस तरीके से भाजपा गठबंधन के लिए ईमानदार है वैसे ही नीतीश जी को भी होना चाहिए।’

चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साधते कहा कि विकास करने के लिए नीयत और नीति होनी चाहिए। हमारे सीएम में नीयत और नीति दोनों की कमी है। इसलिए उनका हटना जरूरी है। वह युवाओं से डरे हुए हैं और उनकी सोच युवा विरोधी है।

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