महबूबा ने उगला जहर, बोली – नहीं उठाएंगे भारत का झंडा
लंबे समय तक तक नजरबंद रहने के बाद बाहर आई महबूबा लगातार कश्मीर में खूनी संघर्ष बढ़ाने के लिए जहर उगल रही हैं।
एक तरफ जहां देश में बिहार चुनावों की हलचल है, वहीं दूसरी तरफ पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती अपने जहरीले बयानों से जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाने की कोशिशों में जुटी हुई हैं। लंबे समय तक तक नजरबंद रहने के बाद बाहर आई महबूबा लगातार कश्मीर में खूनी संघर्ष बढ़ाने के लिए जहर उगल रही हैं। यहां तक कि उन्होंने भारतीय झंडे को उठाने तक से नकार दिया। जिसके बाद पूरे देश में गुस्सा है।
प्रेस वार्ता में महबूबा ने कहा
शुक्रवार को पत्रकार वार्ता कर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस सहित अन्य छोटी पार्टियों के साथ बना राजनीतिक गठबंधन ‘5 अगस्त 2019 को कश्मीर के कानूनी और संवैधानिक अधिकारों पर कब्जे’ के खिलाफ संघर्ष करता रहेगा। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी भारत के संविधान की जगह अपनी पार्टी का मेनिफेस्टो लागू करना चाहती है।
नहीं उठाएंगे भारत का झंडा
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि 05 अगस्त 2019 को केंद्र की मोदी सरकार ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर को मिलने वाले विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त कर दिया। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर राज्य को खत्म कर उसे दो केंद्र शासित राज्यों में बांट दिया। उन्होंने सरकार के इस फैसले को ‘डाकजनी’ करार देते हुए कहा कि, “जब तक हम लोगों को अपना (जम्मू-कश्मीर) का झंडा वापस नही मिल जाता, हम लोग भारतीय झंडे को भी नही उठाएंगे”।
लोगों में गुस्सा
उन्होंने आगे कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर को जो विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त था, उसमें उसे राज्य का अलग झंडा रखने का भी अधिकार था। उनके इन बयानों के बाद पूरे देश में गुस्सा है। लोग ‘जिस तिरंगे को ऊंचा रखने के लिए लाखों लोगों ने अपनी कुर्बानी दे दी, उसका अपमान बताते हुए महबूबा के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
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