बेटी जन्मने के लिए मां को जिंदा जलाया, वीभत्स घटना सुन थर्रा जाएंगे आप

राज्य के अररिया जिले से एक बेहद दर्दनाक एवं मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।

बिहार। राज्य के अररिया जिले से एक बेहद दर्दनाक एवं मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 22 वर्षीय बिटिया को सिर्फ इसलिए जला कर मार दिया गया, क्योंकि उसने पिछले महीने एक बेटी को जन्म दिया था। घटना जितनी द्रवित कर देने वाली है, उससे कहीं ज्यादा नेताओं और उस समाज के मुंह पर करारा थप्पड़ है, जो महिला सुरक्षा के बड़े बड़े दावे करते हैं और सोशल मीडिया पर नारी सम्मान पर प्रवचन करते हैं।

 

पढ़ें पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक घटना बिहार के अररिया जनपद की है। जहां की बनगामा पंचायत निवासी अशोक भगत की 22 वर्षीय बेटी काजल की शादी बीते दिसंबर माह में जिले के ही भरगामा निवासी रोशन भगत के साथ हुई थी। एकलौती बेटी होने के नाते अशोक ने दिल खोलकर खर्चा किया। उनके मुताबिक शादी में करीब छह-सात लाख रुपये खर्च हुए। जिसमें 3.51 लाख नगद, अपाचे गाड़ी के साथ फर्नीचर और अन्य जरूरी सामान दिया।
घर की इकलौती बेटी होने के नाते सभी उसे गुड़िया बुलाते थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस गुड़िया को वह इतना प्यार करते हैं, खुश रखते हैं। उसकी खुशहाली सिर्फ शादी तक ही रह पाएगी। अशोक भगत ने रुंधे गले से बताया कि 13 अक्टूबर को उन्हें जानकारी मिली कि उनकी बेटी जल चुकी है और वह पूर्णिया सदर अस्पताल में भर्ती है। हालत गंभीर होने पर उसे वहां से भागलपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई।

ससुरालीजन फरार

जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट खबर आने तक नही आ सकी है। फिलहाल घटना के बाद से मृतका का पति और सास ससुर फरार है। बता दें 13 सितंबर को काजल ने एक बेटी को जन्म दिया था। परिजनों की मानें तो काजल को बेटी के जन्म देने के बाद पहले से अधिक प्रताड़ित किया जाने लगा था। उनका आरोप है कि बेटी जन्मने के लिए ही उसे ज़िंदा जला दिया गया।

बेटी को ज़िंदा जलाने का आरोप

मीडिया से बातचीत में काजल की मां ने बताया कि ‘बच्ची के जन्म के बाद जब हम सब उसके घर गए थे तो उसकी सास ने हमसे कहा कहा कि इसने बेटी को क्यों जन्म दिया ? इसके बाद उसकी बेटी मृतका काजल ने भी इलाज के दौरान कहा कि बेटी को जन्म देने की वजह से बुरी तरीके से जिंदा जला दिया। अब सवाल यही है कि कार्रवाई कुछ भी हो, इस वीभत्स घटना ने एक बेटी की जान ले ली। एक बच्ची को अनाथ बना दिया। एक परिवार ने बेटी खो दी। आखिर इस समाज में कागजों के बाहर महिलाओं को न्याय कब मिलेगा ?

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