सिद्धार्थनगर: जिले में डेंगू ने पसारे अपने पैर, कई दर्जन लोग हुए पीड़ित

सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी कस्बे में डेंगू ने अपने पैर पसार लिए हैं। डेंगू से कई दर्जन लोग पीड़ित हैं। इस बीमारी से इस कस्बे में अब तक पांच लोगो की मौत भी हो चुकी है।

सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी कस्बे में डेंगू ने अपने पैर पसार लिए हैं। डेंगू से कई दर्जन लोग पीड़ित हैं। इस बीमारी से इस कस्बे में अब तक पांच लोगो की मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री के इस जिले में स्वास्थ्य विभाग के कान पर जूं नही रेंंग रहा है। इस बीमारी से पूरे कस्बे के लोग डरे सहमे हुए हैंं।

जिले के बढ़नी क़स्बे को डेंगू ने अपने आगोश में ले लिया है। इसके प्रकोप का आलम यह है कि कई दर्जन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।करीब एक महीने से फैली इस बीमारी को स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से नकारता रहा।काफी हो हल्ला होने के बाद विभाग हरकत में आया और खाना पूर्ति में जुटा रहा।कोइ ऐसा परिवार नही बचा होगा इस बीमारी के चपेट में ना आया हो। लोग अपनी व्यवस्था से बाहर शहरों में दवा करा रहे है। और गरीब तबके लोग किसी तरह अपने घरों में रहकर इलाज करा रहे है।

जिस परिवार की मौते हो गई है उनके परिजनों के आंसू नही थम रहे है। यह है शिवपूजन अग्रहरि का परिवार जिसकी बहु माया देवी की मौत इस बीमारी से हो गई। इसके गोद मे एक ग्यारह माह का बच्चा है। इस बच्चे को देख कर हर किसी का कलेजा कांप जा रहा है । लोगो की आंखे नम हो जा रही है। इस मासूम को क्या मालूम की मेरी माँ मुझे छोड़कर इस दुनिया से चली गई है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है ।

वही यह दूसरा परिवार है वीरेंद्र कुमार का जिसके दो बेटे 24 वर्षीय विवेक कुमार और 22 वर्षीय अमन कुमार की एक ही दिन इस बीमारी से मौत हो गई है। इन दोनों मौतों से वीरेंद्र कुमार की पूरी दुनिया उजड़ गई। वह रोते रोते अपना दर्द बयां कर रहे है। पूरे परिजनों की आँखे अशुओ से भीगी रहती है । स्थानीय लोग स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बयान करते नही थक रहे और इस बीमारी की सच्चाई को बयां कर रहे है।

एक तरफ कोरोना से लोगो को अभी तक निजात नही मिल सका है तो वही दूसरी तरह डेंगू से बढ़नी कस्बे के लोग बहुत तेजी से पीड़ित हो रहे है और मौते भी हो रही है। काफी हो हल्ला होने के बाद स्थानीय प्रशासन साफ सफाई और छिड़काव फागिंग करा रहा है लेकिन अभी भी जगह जगह गंदगी का अंबार नजर आ रहा है। इस बीमारी में लोगो को सबसे पहले बहुत तेज बुखार होता है। उसके बाद खून में प्लेटलेट की संख्या तेजी से गिरने लगती है।प्लेटलेट काफी कम हो जाता है जिससे लोगो की मौते हो जाती है । वही इस बीमारी के बाद मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने सभी हालातों का जायजा लिया।स्वास्थ्य विभाग के लोगों को हर हालत से इस बीमारी से निपटने केे निर्देश भी दिए ।

तराई क्षेत्र होने के कारण इस इलाके में सितंबर अक्टूबर माह में मच्छर तेजी से बढ़ते हैं मच्छरों पर काबू पाने के लिए नगर पालिका व प्रशासन की ओर से एंटी लारवा एक्टिविटी फागिंग और सफाई अभियान चलाए जाते हैं बढ़नी में इस मौसम में यह तीनों चीजें ही बीमारी पनपने के बाद की जा रही है।स्थानीय लोगों का कहनाहै की यदि प्रशासन समय रहते फॉगिंग, एन्टी लार्वा एक्टिविटी और सफ़ाई करवाता तो डेंगू इतना भयावह नही होता।

रिपोर्ट- अंकित कुमार, सिद्धार्थनगर   

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