औरैया : डाकुओं के भय से इस मंदिर में पसरा सन्नाटा, पुलिस तैनाती के बाद भी खौफ़जदा श्रद्धालु
लगभग 3 दशक पूर्व खूंखार डाकुओं लालाराम , फूलन देवी समेत नामी गिरामी डाकुओं की शरणस्थली के
लगभग 3 दशक पूर्व खूंखार डाकुओं लालाराम , फूलन देवी समेत नामी गिरामी डाकुओं की शरणस्थली के नाम से प्रसिद्घ औरैया जनपद के यमुना नदी के किनारे बसे ऐतिहासिक व प्राचीन मां मंगला काली के मंदिर में डाकुओं के भय की वजह से श्रद्धालु आने में डरते थे लेकिन अब की बार कोरोना काल की वजह से मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ही कम है , शाशन प्रशाशन की मौजूदगी में मंदिरों में पूजा पाठ इत्यादि का कार्य किया जा रहा है , श्रद्धालु अपनी मानी हुई मन्नत के पूर्ण होने पर उत्सव भी मना रहे है , लेकिन संख्या बदस्तर कम ही है।
यूपी के औरैया जनपद के सदर औरैया कोतवाली क्षेत्र के यमुना नदी के समीप बीहड़ में स्थित प्राचीन मां मंगला काली मंदिर में यूँ तो हर वर्ष भीड़ भाड़ की वजह से यहां श्रद्धालुओ का तांता लगा रहता था , लेकिन इन सबसे लगभग 3 दशक पूर्व जब औरैया में खूंखार डाकुओं की वजह से इस मंदिर में कोई भी श्रद्धालु जल्द नही आता था और जो भी आते थे वह सभी 3 बजे अपने अपने घर लौट जाते थे , समय बदल चुका है लेकिन आज लगभग 3 दशक के समय के अंतराल के बाद अब दस्युओं का स्थान कोरोना ने ले लिया है अब इस मंदिर में आने वालों की संख्या सिर्फ सैकड़ा में ही है , जिला प्रशाशन यहां मुस्तैद है व लगातार निगरानी कर रहा है ।
यहां आने वालों की संख्या भले ही सैकड़े में ही हो लेकिन भक्तों का मानना है कि मां के मंदिर में आने से कोई डर नही कोई भय नही , और यहां मानी हुई मन्नत भी पूरी हुई जिसकी वजह से आज यहां मान्यता का झंडा चढ़ाने आये श्रद्धालुओ ने जमकर नाचे जयकारे लगाये ।
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