उन्नाव : पुलिस के विवेचना पर एक निर्दोष काट रहा सज़ा, सच सामने आया तो हो गए कान खड़े

जिस महिला की हत्या में युवक को जेल भेजा वह महाराष्ट्र में बेफिक्री से नौकरी कर रही थी। इस सच से पर्दा तब उठा, जब मुंबई में खोले गए बैंक खाते का एटीएम आधार कार्ड पर दर्ज महिला के मूल पते पर पहुंचा।

जिस महिला की हत्या में युवक को जेल भेजा वह महाराष्ट्र में बेफिक्री से नौकरी कर रही थी। इस सच से पर्दा तब उठा, जब मुंबई में खोले गए बैंक खाते का एटीएम आधार कार्ड पर दर्ज महिला के मूल पते पर पहुंचा। स्वजन के जांच की गुहार लगाने पर पुलिस के कान खड़े हुए। अब सच सामने लाने की बात कहकर पुलिस पीठ थपथपा रही है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि वह कैसी विवेचना थी, जिसमें निर्दोष युवक जेल भेज दिया गया।

अज्ञात महिला का जला शव मिला था

सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला जुराखनखेड़ा निवासी योगेंद्र कुमार ने 22 मार्च 2018 को मोहल्ले के ही प्रमोद वर्मा पर पत्नी श्वेता गुप्ता को कहीं ले जाने का मुकदमा आसीवन थाने में लिखाया था। इसके 12 दिन बाद दो अप्रैल 2018 को थानाक्षेत्र के शेरपुर कलां गांव के पास एक अज्ञात महिला का जला शव मिला था।

सामान और कपड़ों से पति योगेंद्र ने उसकी शिनाख्त अपनी पत्नी के रूप में की थी। तत्कालीन एसओ सियाराम वर्मा ने प्रमोद को आरोपित बनाया। विवेचक जयशंकर सिंह ने उसे जेल भेज दिया। युवक 14 महीने जेल में रहा और अब मुकदमे की तारीख पर न्यायालय के चक्कर काट रहा है। पुलिस का दावा है कि महिला आसीवन के मियागंज चौराहा के पास मिली। एसपी आनंद कुलकर्णी ने पर्दाफाश करने वाली टीम को 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा के साथ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।

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डीएनए टेस्ट के बाद तेज की थी जांच

महिला के स्वजन से एटीएम कार्ड की जानकारी मिलने के बाद एसओ राजेश ङ्क्षसह ने जली महिला की डीएनए रिपोर्ट कोर्ट से ली। इसके बाद श्वेता की बेटी गौरी व अन्य स्वजन का डीएनए टेस्ट कराया। वह जली महिला के डीएनए से मेल न खाने पर पुलिस ने जांच तेज की थी।

पति की प्रताडऩा पर छोड़ा था घर

श्वेता ने बताया कि उसे श्रद्धा व मुन्नू बाबू गुप्ता ने गोद लिया था। उसकी शादी कक्षा आठ पास करने के बाद योगेंद्र से हुई थी। पति की प्रताडऩा से क्षुब्ध होकर परीक्षा देने का बहाना कर घर छोड़ा था। मुंबई पहुंचने पर शबाना नाम की महिला ने अहमद नगर महाराष्ट्र में नौकरी दिला दी। वहां वह अविनाश नाम के व्यक्ति के साथ रहती थी।

आखिर वह शव किसका था?

महिला जिंदा है तो फिर जला शव किसका था। अब यह सवाल पुलिस के लिए चुनौती है।

इनका ये है कहना

एसपी ने बताया कि निर्दोष युवक पर चल रहा हत्या का मुकदमा वापस कराने के लिए न्यायालय में रिपोर्ट भेजेंगे। साथ ही जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट -सुमित यादव 

 

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