राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़े गए आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह

संसद में जनहित और देशहित के मुद्दों को लगातार उठाते रहने वाले आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया है|

संसद में जनहित और देशहित के मुद्दों को लगातार उठाते रहने वाले आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह (MP Sanjay Singh) को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया है।  महात्मा गाँधी नेशनल फाउंडेशन और बाल कल्याण के लिए काम करने वाली सर्वोच्च संस्था यूनिसेफ ने सांसद संजय सिंह को उनके द्वारा सदन में उठाये गए मुद्दों के लिए उनको इन् सम्मानों से नवाज़ा है।

सांसद संजय सिंह ने इजराइल में एक निजी कंपनी की बोतलों पर महात्मा गांधी के चित्र को हटाने के लिए संसद में मुद्दा उठाया था और भारत के कूटनीतिक हस्तक्षेप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

25001 रुपए नकद और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है

उनकी इस सार्थक पहल को देखते हुए महात्मा गांधी नेशनल फाउंडेशन ने गांधी पुरस्कार के लिए उनका चयन किया है। जनवरी 2021 में नई दिल्ली में एक समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू संजय सिंह को यह पुरस्कार प्रदान करेंगे। इस पुरस्कार के तहत महात्मा गाँधी की एक मूर्ति, 25001 रुपए नकद और एक प्रमाण पत्र दिया जाता है

मद्रास उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के नारायण कुरुप और वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार जयशंकर मेनन की अध्यक्षता वाली समिति ने उनको इस पुरस्कार के लिए चुना है।

वही बाल कल्याण के लिए काम करने वाली सर्वोच्च संस्था यूनिसेफ ने बताया की संजय सिंह उन नौ भारतीय सांसदों में से एक है जिनको संसद में बाल अधिकार की आवाज उठाने के लिए सम्मानित किया गया है। लोकसभा और राज्यसभा के कुल नौ सांसदों को पार्लियामेंट्रियंस ग्रुप फॉर चिल्ड्रन (पीजीसी) अवार्ड से नवाजा गया है।

बच्चों के यौन उत्पीड़न के मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया था

दिल्ली से चुन के आने वाले राज्य सभा सांसद संजय सिंह को उच्च सदन में 2018 से 2020 के बीच उनके संपूर्ण कार्य प्रदर्शन और कोशिशों को लेकर यह पुरस्कार मिला है। 2018-19 में संसद के सत्र में संजय सिंह ने कुपोषण से होने वाली बच्चों की मौत, बाल तस्करी, बच्चों के यौन उत्पीड़न के मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया था।

यूनिसेफ ने कहा कि पुरस्कार के लिये सांसदों का चयन बच्चों एवं किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, जल एवं स्वच्छता आदि से जुड़े मुद्दों पर उनके (सांसदों के) कामकाज के आधार पर किया गया। पीजीसी पुरस्कारों का आयोजन पीजीसी द्वारा किया जाता है, जो बाल अधिकारों को साकार करने की दिशा में काम करने वाले सांसदों का मंच है। पीजीसी स्वनीति इनिश्एटिव और यूनिसेफ द्वारा सहायता प्राप्त है।

इस उपलब्धि पर बोलते हुए सांसद संजय सिंह कहा की ये सिर्फ मेरे सम्मान की है बल्कि पूरे देश के लिये गौरव का विषय है। महात्मा गांधी सिर्फ भारतवर्ष के नही बल्कि सारी दुनिया के आदर्श है उनके सम्मान में कोई कमी न आई है ना आएगी। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा की इस समय देश को शायद पहले से ज्यादा बापू के आदर्शों पर चलने की जरूरत है। उनकी अहिंसा और धर्मनिरपेक्षता की विरासत को सम्भालने की जरूरत है।

पीजीसी पुरस्कार पर बात करते हुए उन्होंने कहा की बच्चे देश और दुनिया का आने वाला कल है और अपने कल के लिये आवाज़ उठाना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। संसद हो या सड़क देश के सम्मान और भविष्य के लिये जो भी लड़ाई लड़नी पड़े मैं लड़ता रहूंगा|

हम उनको भयमुख्त वातावरण नहीं दे देते

प्रदेश में लगतार हो रहे अपराधों पर उन्होंने कहा की प्रदेश की बहन बेटियों के सम्मान और सुरक्षा की लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक हम उनको भयमुख्त वातावरण नहीं दे देते|

प्रदेश प्रभारी को दिए गए पुरस्कारों का स्वागत करते हुए प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा की संजय जी जिस मुखरता और निर्भीक तरीके से सदन में जनता के सरोकार मुद्दे उठाते है उसी तरह उनकी सरपरस्ती में पार्टी प्रदेश में जनता की आवाज़ बुलंद करती रहेगी वो चाहे बहन बेटियों की सुरक्षा का मुद्दा हो, कोरोना काल में हुए घोटाले का मुद्दा या काले कृषि कानून का| योगी जी के मुकदमो से या पुलिस बर्बरताओं से हम डरने वाले लोग है|

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