कानपुर देहात : डेंगू के डर से लोग हलकान, महकमा नही कर रहा कोई इंतजाम, छुपाए जा रहे आंकड़े

कानपुर देहात जिले में डेंगू से पीड़ित मासूम समेत 6 की उपचार के दौरान मौत हो गयी है। जिले में डेंगू से मरने वालो की संख्या  26 हो गयी है। जिले के दर्जन भर से ज्यादा गांवो में लोग बीमार हैं। 

कानपुर देहात जिले में डेंगू (dengue deaths) से पीड़ित मासूम समेत 6 की उपचार के दौरान मौत हो गयी है। जिले में डेंगू से मरने वालो की संख्या  26 हो गयी है। जिले के दर्जन भर से ज्यादा गांवो में लोग बीमार हैं। 

एक किशोर की मौत

स्वास्थ्य विभाग मामलें की लीपापोती करने में लगा है और डेंगू से होने वाली मौतों का आंकड़ा कम करने में लगा हुआ है। स्वास्थ विभाग ने डेंगू की जगह बुखार बताया है। जिले में बुखार से 6 मौत हुई है। तहसील डेरापुर के गांव जहली में एक युवती व उरसान गांव में एक किशोर की मौत हो गयी है।

तहसील भोगनीपुर के अमरौधा कस्बे में एक मासूम बच्चे की व बरगवां में एक बुजुर्ग की मौत हुई। वहीं तहसील मैंथा के शिवली में रिटायर्ड शिक्षक की व मैंथा गांव में एक युवक की मौत हुई है।

आपको बता दें कि इससे पहले भी कई मामलें हुए है। डेरापुर क्षेत्र के जहली गांव निवासी रामकिशुन की 19 वर्षीय बेटी मोनी को चार दिन पहले बुखार आया था। परिजनों ने निजी अस्पताल में उपचार कराया था। दो दिन तक बुखार ठीक न होने पर परिजन उसे अकबरपुर के निजी अस्पताल में ले गए। दो दिन भर्ती रहने के बाद देररात उसकी उपचार दौरान मौत हो गई थी।

जानकारी पर घर में कोहराम मच गया। पिता, मां मुन्नी देवी, छोटी बहन आंशू सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। बहन आंशू व मां मुन्नी देवी भी बुखार की चपेट में है। उनका घर पर उपचार चल रहा है। परिजनों ने मोनी के शव का सेंगुर नदी घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं उरसान गांव निवासी तौफीक के तीन वर्षीय बेटे इमरान को मंगलवार की सुबह तेज बुखार आया था।

 

 

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