स्टडी का दावा, गांजे के प्रयोग से ठीक हो जाएगा कोरोना

अमेरिका से आई एक खोज में इस बात पर हामी भरी गई है कि, कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज गांजे से हो सकता है।

अमेरिका से आई एक खोज में इस बात पर हामी भरी गई है कि, कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज गांजे से हो सकता है। अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने चूहों के ऊपर गांजे की स्टडी की है। लेकिन इस बात का शत प्रतिशत होना अभी तय नहीं है। वहीँ वैज्ञानिकों की माने तो, वे लोगों को खुद से गांजे के सेवन के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहे। ऐसा करने पर लोगों की बीमारी बढ़ भी सकती है।

इस रिसर्च में एक बात सामने आई है कि, गांजे में मौजूद टीएचसी पदार्थ से कोरोना मरीजों का इलाज हो सकता है। असल में टीएचसी लोगों को खतरनाक इम्यून रेस्पॉन्स से बचा सकता है जिसकी वजह से अक्सर मरीज एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम के शिकार हो जाते हैं। वही रिपोर्ट्स की माने,तो कोरोना के गंभीर मरीजों में ARDS की समस्या काफी सामान्य है। इसी वजह से कई मरीजों की मौत भी हो जाती है।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ने अपने रिसर्च में दर्ज़नो टेस्ट किए है। सबसे पहले चूहों को एक टॉक्सिन दिया गया और इसके बाद THC दिया गया। देखा गया कि जिन चूहों को THC दिया गया, उनकी जान बच गई, लेकिन उन चूहों की मौत हो गई जिन्हें सिर्फ टॉक्सिन दिया गया था।

इसके साथ खोजकर्ताओं ने इस बात की सावधानी भी दी है कि,अभी इस मामले में और रिसर्च किए जाने की जरूरत है और वे लोगों को गांजे के सेवन के लिए प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं. लेकिन रिसर्चर्स अब गांजे का ह्यूमन ट्रायल शुरू करने की योजना बना रहे हैं. बता दें कि अमेरिका के कुछ राज्यों में गांजे का सेवन कानूनी रूप से वैध है।

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