हाथरस केस : सुनिए…. हाथरस मामले में डीजीपी ने दी है क्या सफाई…
हाथरस मामले में डीजीपी की सफाई दी है। "इकोनॉमिक टाइम्स" में DGP का इंटरव्यू आया है।
हाथरस मामले में डीजीपी की सफाई दी है। “इकोनॉमिक टाइम्स” में DGP का इंटरव्यू आया है। DGP का कहना है कि ‘लाश जलाने का फैसला स्थानीय प्रशासन का था। बता दें, CBI जांच से पहले अफसरों के बयान बदलने लगे। DGP ने सीबीआई जांच से पहले स्थिति साफ की है।
किया गया ये दावा
इस बीच हाथरस गैंगरेप पीड़िता की इंसाफ की लड़ाई पर यूपी सरकार ने बड़ा दावा किया है. सरकार के मुताबिक हाथरस में पीड़िता को इंसाफ दिलाने की मुहिम के नाम पर कुछ लोगों ने बड़ी साजिश रची थी. इस दावे के पीछे जस्टिस फॉर हाथरस नाम की वेबसाइट है. आरोप है कि इस बेवसाइट का मकसद ही यूपी में जातीय दंगे कराकर योगी और मोदी को बदनाम करना था.
यूपी सरकार के दावे के मुताबिक, एंटी सीएए विरोध प्रदर्शन की तर्ज पर इस मुद्दे को फैलाने की साजिश थी. वेबसाइट के जो स्क्रीन शाट्स सामने आए हैं, जिसमें साफ लिखा है कि दंगा कैसे करना है. दंगे से कैसे बचना है. कहां दंगा भड़काना है. पूरी जानकारी दी गई है.
यूपी सरकार ने दावा किया कि विरोध प्रदर्शन की आड़ में चेहरे पर मास्क लगाकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निशाना बनाने की साजिश भी रची गई थी. इन सबके पीछे पीएफआई और एसडीपीआई जैसे संगठनों का हाथ होने का शक जताया जा रहा है. जब जांच एजेंसियों की नजर इस वेबसाइट पर पड़ी तो रातों रात वेबसाइट बंद हो गई.
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