बीएड पास युवक टिक्की का ठेला लगाकर कर रहा जीवन यापन

हरदोई जिले में मौजूद एक निमिष गुप्ता नाम का युवा सरकार व शासन की उदासीनता को दर्शा रहा है और बेरोजगारी का जीता जागता उदाहरण बना हुआ है।

हरदोई जिले में मौजूद एक निमिष गुप्ता नाम का युवा सरकार व शासन की उदासीनता को दर्शा रहा है और बेरोजगारी का जीता जागता उदाहरण बना हुआ है।गरीब परिवार से ताल्लुख रखने वाले निमिष ने 2011 में ही बीएड की डिग्री हासिल कर टेट की परीक्षा पास कर ली थी।जिसके बाद नौकरी की आस में कई वर्षों तक बैठे रहे निमिष ने अंत मे निराश होकर खुद को आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय कर लिया।

अब निमिष अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए चाट का ठेला लगाते हैं।लेकिन निमिष ने सरकार व शिक्षा विभाग की उदासीनता को दर्शाने के लिए अपने चाट कॉर्नर का जो नाम रखा है वो काफी चौकाने वाला है। जिस प्रकार लोग अपने पद कोकार्यालयों के बाहर लिखते हैं। उसी प्रकार निमिष ने भी अपनी डिग्री व उपलब्धियों के नाम से ‘एमए बीएड टीइटी 2011 बेरोजगार चाट कॉर्नर’ धंधे की शुरुआत की है।

निमिष द्वारा रखा गया ये नाम जिम्मेदारों को दिख रहा हो या नहीं लेकिन निमिष की आत्मनिर्भरता को सफल बनाने में काफी कारगर साबित हो रहा है। सन 2011 में फिर 2019 में भी टेट की परीक्षा पास करके वो शिक्षक की नौकरी पाने के सपने देख रहा है लेकिन सपने न पूरे होने से निराश निमिष गुप्ता कम पूंजी के चलते टिक्की का ठेला लगा कर अपना जीवन यापन करने को मजबूर है।निमिष की मांग है सरकार से की जल्दी ही उसको नौकरी दी जाय। सुनिए निमिष की ही जुबानी ।

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