प्रयागराज : दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से दिव्यांगजनों को मिल रहा है लाभ

जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी नंद किशोर याज्ञिक ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से

जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी नंद किशोर याज्ञिक ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा दिव्यांगजनों को लाभान्वित कराने के उद्देश्य से संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी है।

उन्होंने बताया है कि इन योजनाओं के द्वारा दिव्यांगजनों के जीवन स्तर को उठाने में मदद मिल रही है। दिव्यांग भरण-पोषण अनुदान (दिव्यांग पेंशन) योजनान्तर्गत कम से कम 40 प्रतिशत दिव्यांगता से ग्रसित 18 से अधिक आयु वर्ग के दिव्यांग जनों को उनके भरण-पोषण हेतु रू0 500.00 एवं कुष्ठावस्था से ग्रसित दिव्यांगजन को रू0 2500.00 मासिक की दर से अनुदान प्रदान किया जाता है। योजना का लाभ ऐसे दिव्यांगजन जिनकी मासिक आय ग्रामीण क्षेत्र में रू0 46080/- एवं शहरी क्षेत्र में रू0 56460/- वार्षिक हो, पेंशन पोर्टल sspy-up.gov.in पर आॅनलाइन आवेदन पूर्ण कर प्राप्त कर सकते हैं। योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 में 24386 दिव्यांगजनों को योजना से लाभान्वित किया गया है। वर्तमान वर्ष में कुल 24997 दिव्यांग पेंशनरों को कोविड-19 के आपदा काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनान्तर्गत प्रथम दो माह की किस्त माह अप्रैल, 2020 एवं वर्ष की प्रथम तिमाही किस्त माह जून, 2020/द्वितीय तिमाही किस्त माह सितम्बर, 2020 में पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से सम्बन्धित लाभार्थियों के बैंक खाते में अंतरित करायी गयी है। वर्तमान वर्ष में 771 नवीन आवेदन पत्र फाइनल फ्रीज कर निदेशालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, उ0प्र0 लखनऊ को अग्रसारित किये गये हैं।

इसी प्रकार कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजनान्तर्गत कम से कम 40 प्रतिशत दिव्यांगता से ग्रसित गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण यथा- ट्राईसाइकिल, वैशाखी, कान की मशीन, व्हील चेयर, कैलीपर्स, वाॅकर, बनावटी हाथ-पैर आदि निःशुल्क उपलब्ध कराये जाते हैं। आवेदन पत्र विभागीय वेबसाइट www.uphwd.gov.in से डाउनलोड कर अथवा विकास भवन में कक्ष संख्या-13 स्थित जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, प्रयागराज के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। इस योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2018-19 में जनपद 70 दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिल निःशुल्क उपलब्ध करायी गयी। साथ ही माह फरवरी, 2020 में भारत सरकार की एडिप योजनान्तर्गत आयोजित मेगा वितरण कैम्प में 10406 दिव्यांगजनों को कुल 18455 कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण यथा-मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल/ट्राईसाइकिल/व्हील चेयर/ कैलीपर्स/स्मार्ट केन/डेजी प्लयेर/एम0आर0किट/सी0पी0 चेयर/कान की मशीन/स्मार्ट केन/वाकिंग स्टिक एवं बनावटी हाथ-पैर मा0 प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों द्वारा वितरित किये गये।

दुकान निर्माण/संचालन ऋण योजनान्तर्गत 40 प्रतिशत दिव्यांगता से ग्रसित गरीबी रेखा हेतु निर्धारित आय सीमा के दुगने से कम की आयवर्ग में जीवनयापन करने वाले दिव्यांगजनों को स्वरोजगार हेतु खोखा/गुमटी क्रय एवं दुकान संचालन करने हेतु रू0 10,000/- प्रदान किये जाते हैं, जिसमें रू0 7500/- ऋण एवं रू0 2500/- अनुदान सम्मिलित होता है। ऋण की वसूली रू0 250/- त्रैमासिक किस्त के रूप में की जाती है। योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु दिव्यांगजन को विभागीय पोर्टल http://divyangjandukan.upsdc.gov.in पर आॅनलाइन आवेदन पत्र पूर्ण करना होता है। योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 23 दिव्यांगजनों को योजना से लाभान्वित किया गया। वर्तमान वर्ष में 45 दिव्यांगजनों को लाभान्वित कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके सापेक्ष अब तक 37 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं, जिन्हें लाभान्वित कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

शादी-प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत नव विवाहित कम से कम 40 प्रतिशत दिव्यांगता से ग्रसित दम्पत्तियों में केवल पति के दिव्यांग होने पर रू0 15000/- पत्नी के दिव्यांग होने पर रू0 20,000/- पति/पत्नी दोनों के दिव्यांग होने पर रू0 35000/- प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया जाता है। योजनान्तर्गत ऐसे दिव्यांगजन जो आयकर की निर्धारित सीमा से कम आयवर्ग के होते हैं, विभागीय पोर्टल- http://divyangjan.upsdc.gov.in पर आॅनलाइन आवेदन पत्र पूर्ण कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 04 दिव्यांगजनों को योजना से लाभान्वित किया गया। वर्तमान वर्ष में 05 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं, जिन्हें लाभान्वित कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

दिव्यांगता निवारण के लिए शल्य चिकित्सा हेतु अनुदान योजना के अन्तर्गत जनपद के निर्धन एवं असहाय दिव्यांग जन को दिव्यांगता निवारण के लिए शल्य चिकित्सा हेतु राजकीय चिकित्सालय को उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये अनुमानित शल्य चिकित्सा व्यय के आधार पर एक वर्ष में अधिकतम रू0 10,000/- की प्रतिपूर्ति की जाती है। वर्ष 2019-20 में योजनान्तर्गत 02 दिव्यांग बच्चों का स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय (मेडिकल कालेज, प्रयागराज) के चिकित्सक द्वारा सर्जरी करायी गयी। श्रवण बाधित 05 वर्ष तक के बच्चों के काॅक्लियर इम्प्लाण्ट हेतु रू0 6.00 लाख की धनराशि अधिकृत चिकित्सालय को प्रदान की जाती है। योजनान्तर्गत विभाग द्वारा संचालित बचपन डे केयर सेण्टर में अध्ययनरत 03 श्रवण बाधित बच्चों की काॅक्लियर इम्प्लाण्ट सर्जरी संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में करायी गयी।

दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा राजकीय ममता विद्यालय ग्राम जगदीशपुर चांदन कौडिहार प्रयागराज में मानसिक रूप से अविकसित बालकों का शिक्षण-प्रशिक्षण का कार्यक्रम संचालित किया जाता है। संस्था में बच्चों को पाठ्यपुस्तकें, दवा, भोजन, कपड़ा आदि आवश्यक सामग्री विभाग द्वारा निःशुल्क प्रदान की जाती है। वर्तमान समय विद्यालय में 22 संवासी निवासरत रहकर शिक्षण-प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसी प्रकार राजकीय दृष्टिबाधित छात्रावास, सी0पी0आई0 कैम्पस (स्वरूपरानी चिकित्सालय के पास) में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे दृष्टिबाधित छात्रों का छात्रावास संचालित है जहाॅ न्यूनतम शुल्क भुगतान पर भोजन आदि की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में छात्रावास में कुल 105 छात्र रहकर शिक्षा प्राप्त किये वर्तमान वर्ष में प्रवेश कार्य किया जा रहा है। बचपन डे केयर सेण्टर सी0पी0आई0 कैम्पस (स्वरूपरानी चिकित्सालय के पास) में विभिन्न श्रेणी (दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित, मानसिक मंदित) के 03 से 08 वर्ष के दिव्यांग बच्चों के प्री-प्राइमरी शिक्षा हेतु सेण्टर का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय में बच्चों को निःशुल्क वाहन एवं पाठ्य पुस्तके/मध्यान्ह भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की जाती है। वर्तमान समय विद्यालय में विभिन्न श्रेणी के कुल 62 बच्चें अध्ययन कर रहे हैं।

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