झाँसी : 8000 एंटीजन किट के सापेक्ष 4500 टेस्टिंग ही की गई, प्राइवेट नर्सिंग होम टेस्टिंग में तेजी लाएं- डीएम आन्द्रा वामसी

झाँसी। जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए प्राइवेट नर्सिंग होम संचालकों से चर्चा करते हुए कहा कि नर्सिग होम में आने वाले समस्त मरीजों की एन्टीजन ट्रेस्टिंग करना अनिवार्य है, तथा कोविड हेल्प डेस्क यदि स्थापित नही है तो तत्काल स्थापित की जाए।

उन्होंने नर्सिग होम के संचालक/चिकित्सकों से बात करते हुए कहा कि मरीजों के साथ असंवेदनशील व्यवहार ना करें उनकी टेस्टिंग अनिवार्य है, यदि पालन नहीं किया जाता है तो इंफोर्समेंट की कार्रवाई करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

जिलाधिकारी द्वारा लगभग 70 नर्सिंग होम के चिकित्सकों व 10 पैथोलॉजी लैब के संचालक से बात की गई। उन्होंने 1-1 नर्सिंग होम को दी गई एंटीजन किट तथा जांच रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश दिए कि प्राप्त एंटीजन किट द्वारा सभी मरीजों की टेस्टिंग की जाए और प्रत्येक दशा में शाम 5:00 बजे तक रिपोर्ट प्रेषित की जाए।

जिलाधिकारी ने ताकीद करते हुए कहा कि गलत रिपोर्टिंग दिऐ जाने पर संबंधित नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। समीक्षा करते हुए उन्होंने 4 नर्सिंग होम जहाँ शून्य एंटीजन टेस्टिंग करने पर व गलत रिपोर्ट देने तथा कोविड हेल्पडेस्क स्थापित न होने के साथ कोविड गाइड लाइन का अनुपालन न करने पर कार्यवाही के आदेश दिए।

जिलाधिकारी ने नर्सिंग होम संचालको से वार्ता करने करते हुए प्रत्येक नर्सिंग होम को उपलब्ध कराई गई एंटीजन किट के माध्यम से अब तक की गई टेस्टिंग की समीक्षा की और की गई कार्यवाही पर असंतोष व्यक्त किया।

उन्होंने कहा शत-प्रतिशत टेस्टिंग अनिवार्य है तथा गलत रिपोर्टिंग सही देने व अंडर रिर्पोटिंग पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने ऐसे नर्सिंग होम जिन्होंने अंडर रिर्पोटिंग की और टेस्टिंग नहीं की है उन्हें एक अवसर देते हुए सुधार लाए जाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि आप मरीजों का इलाज कर ही रहे हैं आप कोविड-19 पेशेंट का भी इलाज प्रारंभ करें क्योंकि लगभग 115 कोविड मरीज थे अनजाने में आप उनका इलाज तो कर ही रहे थे अब कोविड पेशेंट का इलाज करने में क्या समस्या है ?

यदि समस्या है तो उसका निराकरण किया जाएगा। उन्होंने ऐसे नर्सिंग होम जिन्होंने अभी तक एंटीजन किट प्राप्त नहीं की हैं उन्हें तत्काल एंटीजन किट प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने आईसीएमआर फार्म भी प्राप्त करेने तथा उसमें मरीज का आधार नंबर तथा मोबाइल नंबर अवश्य दर्ज करने का सुझाव दिया ताकि उसे ट्रेस किया जा सके।

जिलाधिकारी ने नर्सिंग होम संचालकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जनपद में 1 लाख 70 हजार की टेस्टिंग की जा चुकी है जिसमें 1लाख 50 हजार झांसी के हैं , 6 लाख जनसंख्या है झांसी की। शेष 75% लोगों की टेस्टिंग में आप सहयोग करें ताकि जल्द से जल्द सभी की टेस्टिंग की जा सके। बैठक में अंडर रिपोर्टिंग करने वाले नर्सिंग होम को एक अवसर देते हुए कहा कि सही रिपोर्ट दें और शत-प्रतिशत कोविड-19 की जांच कराएं।

ऐसे नर्सिंग होम जिन्होंने अपने यहां कम मरीजों के आने की रिपोर्ट दी। उन्हें ताकीद करते हुए कहा कि गलत जानकारी ना दें अन्यथा नर्सिंग होम बंद करने की कार्रवाई की जाएगी।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, डॉक्टर सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉ एके जैन, अध्यक्ष नर्सिंग होम डॉक्टर ए के साबंल, सचिव नर्सिंग होम निलय जैन, डॉ राकेश त्रिपाठी, शकील अहमद, डॉ आलोक अग्रवाल सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।

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