International Coffee Day पर एक बार जरुर कॉफी के सेवन से जुड़े मिथक और सच्चाई पर डाले नजर

अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस हर साल 1 अक्टूबर को मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय कॉफी दिवस का मुख्य उद्देश्य उन लोगों का सम्मान और सराहना करना है, जो दिन-रात खेतों में मेहनत करके कॉफी की खेती करते हैं और कॉफी के व्यवसाय से जुड़े हैं.

बहुत सारे लोग दिन की शुरुआत कॉफी के बिना नहीं करते हैं. सबसे पसंदीदा ड्रिंक होने के बावजूद लोग कॉफी के बार में अच्छी तरह से वाकिफ नहीं होते हैं. कॉफी पीने से कई सारे फायदे मिलते हैं मगर जब उसका सेवन अधिक कर लिया जाए तो साइड-इफेक्ट्स होने का भी डर रहता है.

कॉफी की स्वस्थ मात्रा आपको फायदा पहुंचा सकती है. कॉफी से दिल की बीमारी होने की आशंका कम होती है. एक शोध में स्ट्रोक और डायबिटीज के लिए भी कॉफी पर विचार किया गया है.

ठीक मात्रा में कॉफी पीना पार्किसन रोग और उसके प्रभाव के खतरे को कम करनेवाला बताया गया है. कई सारे शोध से इस सच्चाई का खुलासा हुआ है कि कैफीन करीब 30 फीसद तक खतरे में कमी लाता है. पार्किसन का तात्पर्य मानसिक रोग से होता है.

कॉफी के बारे में एक आम मिथक है कि इसका सेवन आपको डिहाड्रेट करेगा. कॉफी के बारे में अर्थहीन बातें उसके अंदर कैफीन की मौजूदगी से होती हैं. ज्यादा कैफीन के सेवन से डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो सकती है. जिसके चलते लोग खुद-ब-खुद सोचने लगते हैं कॉफी से डिहाइड्रेशन होता है.

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