राम मन्दिर के विवादित ढांचे विध्वंस मामले में निर्णय का किया स्वागत

अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश ने आज यहां राम मन्दिर के विवादित ढांचे के विध्वंस मामले में

अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश ने आज यहां राम मन्दिर के विवादित ढांचे के विध्वंस मामले में आरोपियों की बरी किये जाने के सीबीआई के विशेष अदालत के फैसले का स्वागत करते हुये कहा है कि देश में हिन्दूओं के आस्था के प्रतीक सिर्फ भगवान राम मन्दिर ही तक सीमित नहीं है बल्कि मथुरा काशी सहित देश के हजारों मन्दिरों को मुगलकाल के दौरान तोड़कर बनाये गये विवादित ढांचे नहीं हटते है तब तक हिन्दू समाज शान्त नहीं बैठने वाला है।

हिन्दू महासभा के प्रदेश प्रभारी ने कही ये बात…

हिन्दू महासभा के प्रदेश प्रभारी ऋषि त्रिवेदी और प्रवक्ता पंकज कुमार तिवारी ने कहा कि राम मन्दिर के विवादित ढांचे के विध्वंस मामले के निर्णय आने के बाद देश में हिन्दू महासभा मथुरा काशी, लक्ष्मण टीला, भोजशाला सहित देश के हजारों मन्दिरों के वास्तविक स्वरूप में लौटाने के लिये संघर्षरत रहेगी। हिन्दू महासभा नेताओं ने कहा कि हालांकि राम मन्दिर निर्माण उच्चतम न्यायालय के निर्णय सराहनीय रहा है, लेकिन उसके बदले पांच एकड़ जमीन दिये जाने पर पार्टी आज भी सहमत नहीं है। हालांकि हिन्दू समाज के उदारवादी होने का ही परिणाम है कि उसने हमेशा झुककर समझौता किया है। हिन्दू महासभा के नेताओं ने कहा कि पार्टी अन्य धार्मिक स्थलों जो मुगलकाल के दौरान क्षतिग्रस्त किये गये थे, उन्हें विवादित ढांचे से मुक्त कराने के लिये कारसेवकों की टीम तैयार करने की रणनीति पर विचार कर रही है और जल्द ही अन्तिम रूप देकर सड़कों पर उतरेगी।

इसके लिये पार्टी तेजी के साथ जहां सदस्यों को जोड़ रही है वहीं सभी इकाईयों को सक्रिय करने के लिये तत्परता के साथ काम कर रही है। जिसके परिणाम सामने आने शुरू हो गये है, और जल्द ही पार्टी एक नई शक्ति के रूप में सड़कों पर दिखायी देगी। आज यहां सीबीआई की विशेष अदालत के निर्णय पर हिन्दू नेताओं ऋषि त्रिवेदी और पंकज तिवारी ने बताया कि विध्वंस ढांचे के मामले में सभी आरोपियों को बरी होना तय था क्योंकि लुटेरे बाबर द्वारा बनाया गया विवादित ढांचा भगवान राम मन्दिर के लिये नासूर बना हुआ था, जो बीते छह दिसम्बर 1992 को हुयी कारसेवा के दौरान साजिश के तहत नहीं बल्कि कारसेवा के लिये उमड़े रामभक्तों के अपार जनसमूह की आस्था के आगे ढह गया था।

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