#BabriDemolitionCase: लाल कृष्ण अडवाणी समेत 32 लोगों पर कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
बाबरी विध्वंस केस के आरोपी विनय कटियार अदालत पहुंच गए हैं। इससे पहले मीडिया से
बाबरी विध्वंस केस के आरोपी विनय कटियार अदालत पहुंच गए हैं। इससे पहले मीडिया से बात करते हुए विनय कटियार ने कहा कि सजा होगी तो जेल जाएंगे, छूटते हैं तो देखेंगे। बेल होगी तो लेंगे। हमने कोई अपराध किया ही नहीं है। वहां पर मंदिर था और मंदिर बनेगा। सोमनाथ मंदिर की तरह बढ़िया मंदिर बनेगा, ऐसी कल्पना है। उसके लिए काम जारी है। 4 साल में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
बाबरी विध्वंस मामले में फैसले को लेकर अयोध्या में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हर जगह पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। यहां आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग की जा रही है।
बता दें कि, पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट का फैसला सुनेंगे। राम विलास वेदांती, साध्वी ऋतंभरा कोर्ट पहुंची।
विनय कटियार, धर्मेंद्र देव, जय भान सिंह पवैया, धर्मदास, जय भगवान गोयल, अमरनाथ गोयल, सुधीर कक्कड़, रामचंद्र खत्री, राम विलास वेदांती, लल्लू सिंह और ओमप्रकाश पांडे कोर्ट पहुंचे।
अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस मामले के संभावित फैसले के मद्देनजर प्रयागराज में हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
साक्षी महाराज भी लखनऊ कोर्ट में पहुंच गए हैं। अब सभी आरोपी अदालत में पहुंच गए हैं, जबकि कुछ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फैसले को सुन रहे हैं। कुछ ही देर में सुनवाई शुरू हो सकती है।
लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, नृत्य गोपाल दास, कल्याण सिंह और सतीश प्रधान को छोड़कर अन्य सभी 26 अभियुक्त अदालत में मौजूद
स्पेशल जज एसके यादव ने सभी अभियुक्तों के हाजिर होने की जानकारी पेशकार से मांगी। बचाव पक्ष के वकीलों ने पेशकार को बताया कि आने वाले अभियुक्तों में दो लोग आने वाले हैं।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ होने के बाद अब बाबरी विध्वंस केस में फैसले की घड़ी भी आ गई है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव आज इस मामले में फैसला सुनाने के साथ ही रिटायर हो जाएंगे।
जज ने मौजूद आरोपियों पर जानकारी ली। किसी भी समय फैसला आ सकता है। भड़काऊ भाषण,धार्मिक आधार पर उकसाने, दंगे की धाराओं में हैं आरोप। ढांचा गिराने की साजिश का भी आरोप। 351 गवाहियां हुईं। हज़ारों पन्ने के दस्तावेज पेश हुए। 25 साल पुराने मुकदमे में 2017 में SC के दखल के बाद आई थी तेज़ी .
6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में मस्जिद का ढांचा गिराया गया था और इस केस में 49 आरोपी बनाए गए थे। इनमें से 17 की मौत हो चुकी है और बचे हुए 32 आरोपियों पर फैसला आना है।
आडवाणी, जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह, नृत्य गोपाल दास और सतीश प्रधान ने कोर्ट में उपस्थित न होने की अर्जी दी।
कोर्ट रूम पहुंचे जज सुरेंद्र कुमार यादव। किसी भी वक़्त आ सकता है फैसला।
घटना पूर्वनियोजित नहीं थी।
सभी आरोपी बाइज्जत हुए बरी .
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