आम आदमी पार्टी मांग करती है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले मुकदमा, 6 माह में हो फांसी, परिवार को सुरक्षा और 50 लाख मुआवजा मिले
लखनऊ : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में बहू बेटी सुरक्षित नहीं रही। आये दिन बलात्कार और हत्या हो रही है। योगी सरकार पीड़ितों नहीं बल्कि दोषियों के साथ खड़ी नजर आती है।
हाथरस में दलित बच्ची के साथ गैंग रेप किया जाता है।गर्दन तोड़ दी जाती है। जीभ काट ली जाती है और योगी की पुलिस रेप का मुकदमा भी नहीं दर्ज करती। चार के बजाय एक के खिलाफ मामला दर्ज करती है।
सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को डराने धमकाने के लिए सरकार ने तंत्र बना लिया है। वारदात को रोकने के लिए सरकार और पुलिस कुछ नहीं कर रही लेकिन एंटी रोमियो और दुराचारियों के पोस्टर की नाटक नौटंकी की जा रही है।
भाजपा के दुराचारी नेताओं का पोस्टर बनवा रहे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
आप सांसद पार्टी के प्रदेश कार्यालय पत्रकार पुरम विराट खंड गोमती नगर में मीडिया से मुखातिब थी उन्होंने कहा कि 14 सितंबर को हाथरस में 19 वर्षीय एक बच्ची के साथ
सिर्फ सामूहिक बलात्कार की घटना ही नहीं हुई, गले की हड्डी तोड़ दी गई,उसकी जीभ काट ली गई और मरणासन्न अवस्था में उसको छोड़ दिया गया। परिवार न्याय के लिए पुलिस के पास पहुंचा तो पहले सिर्फ एक व्यक्ति खिलाफ जानलेवा हमले की एफआईआर दर्ज हुई।मीडिया और अखबारों में दबाव बना तो बलात्कार की धारा और बेटी के बयान पर 3 लोगों का नाम और शामिल किया।
योगी सरकार बेटी के हालत बिगड़ने का इंतजार करती रही और जान बचाने की स्थिति नहीं रही तो उसको दिल्ली भेजने की नौटंकी की गई।
एम्स में उस बेटी को जगह नहीं दिला पाए और सफदरजंग में एडमिट कराया,जहां उसकी मौत हो गई। कौन जिम्मेदार है इसके लिए? योगी सरकार की अव्यवस्था जो एक बेटी के साथ बलात्कार होने के बाद भी बलात्कारियों के पक्ष में खड़ी नजर आती है।
उन्होंने सवाल उठाया कि उन चार अपराधियों के घर पर बुलडोजर क्यों नही चलाया गया?क्यों नहीं पलटी उनकी भी जीप? क्यों नहीं उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई?
योगी जी आप के राज में किसी के साथ कुछ भी हो रहा है। जौनपुर में एक छोटी सी बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई,लखीमपुर में भी दलित परिवार की बेटी के साथ बलात्कार कर हत्या कर दी गई। यह हाथरस वाली बिटिया भी बाल्मीकि समाज से है। छोटी-छोटी बच्चियों के साथ प्रदेश में बलात्कार हो रहा है।बलात्कार करने के बाद उनके शरीर को क्षत विक्षप्त कर दिया जा रहा है।
उन्होंने योगी सरकार से सवाल किया कि आप की सरकार जब चिन्मयानंद के पक्ष में खड़ी होगी तो उत्तर प्रदेश बेटियों को न्याय कैसे मिलेगा?
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि योगी जी मैं बहुत पीड़ा के साथ पूछना चाहता हूं आपसे आपकी पूरी पुलिस सोती रही।मेरे तो बयान के ऊपर आप देशद्रोह लगा देते हैं,आज 14 वा मुकदमा दर्ज कर दिया। आपकी पूरी ताकत लोगों की आवाज दबाने में लग जाती है लेकिन अपराध रोकने के लिए आप कुछ नहीं कर रहे।आपकी सरकार को जंगलराज कहना भी कम होगा क्योंकि जंगल का भी कुछ कानून होता है।
आपके राज में तो कोई कानून व्यवस्था है ही नहीं।वरिष्ठ पत्रकार रोहिनी ने कोई ट्वीट किया और उस ट्वीट के ऊपर इनके सूचना निदेशक शिशिर सिंह धमकी भरे शब्दों में लिखते है कि 105 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, इतनी एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। आप सच लिखने वालों को धमकाते हैं। आपको शर्म नहीं आती।
आपका पूरा तंत्र इस काम में लगा है कि बलात्कार पर कोई बोले, हत्या पर कोई बोले, तो उस पर एफआईआर कर दो। आपका महोबा एसएसपी इन्द्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगता है और हत्या करा देता है, वह खुलेआम घूम रहा है। आप उस पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे,लेकिन रोहिनी को धमका रहे हो, संजय सिंह पर देशद्रोह लगवा रहे हो।
आज उत्तर प्रदेश के अंदर बेटियां सुरक्षित नहीं है।अपराध बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है। बच्चियों को माता-पिता उनको घर के बाहर भेजने में डरते हैं, सोचते हैं कि वापस लौटेगी कि नहीं।बलात्कार भी हो रहा है, हत्याएं भी हो रही है और योगी जी का पूरा तंत्र और पुलिस पैसे वसूलने में, रंगदारी वसूलने में, रंगदारी नहीं देने पर हत्या कराने में जुटा है।दरिंदगी हैवानियत की पराकाष्ठा यह घटना कोई अकेली घटना नहीं है।जौनपुर की हो,लखीमपुर की हो अथवा मेरठ की एक और निर्भया कांड हो।
उत्तर प्रदेश में पडरौना के अंदर एक बच्ची छेड़खानी के चलते आत्महत्या करके मर जाती है। आप उसकी पीड़ा की कल्पना कीजिए। यह हो रहा है योगी के राज में और कार्रवाई किस पर होगी, जो इनके खिलाफ आवाज उठाएगा।उनके खिलाफ मुकदमे कराएंगे। पत्रकार हो,नेता हो या फिर पार्टी कार्यकर्ता हो। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दुराचारी के पोस्टर बनवा रहे थे,उनको गिरफ्तार करवा लिया, क्योंकि दुराचारियों पोस्टर में भाजपा के नेता की फोटो है।
उनको उठाकर महानगर थाने में बंद कर दिया।अरे जब तुम्हारे नेताओं ने दुराचार किया है तो उनके फोटो लगेगी कि नहीं, पोस्टर लगेगें कि नहीं। आप सांसद ने इस पूरे प्रकरण को फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर 6 महीने के अंदर इन तमाम दुर्दांत अपराधियों को फांसी की सजा दिलाने,परिवार डरा हुआ है उसको सुरक्षा दी जाए और बहुत गरीब परिवार है उनको कम से कम 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
आप सांसद ने कहा कि इस सरकार की तानाशाही,गुंडागर्दी और सरकार के राज में बढ़ते हुए अपराधीकरण के खिलाफ सब को बोलना पड़ेगा।आवाज उठानी पड़ेगी, बिना इस चिंता के कितने मुकदमे होगें,कितनी जांच होगी, कितनी जेल होगी औरकितनी लाठी चलेगी। उन्होंने कहा कि मैं आज बहन कुमारी मायावती जी का स्टेटमेंट देख रहा था।
ऐसा लग रहा है भारतीय जनता पार्टी का मुखपत्र है। मायावती जी दलितों की बड़ी नेता है, चार बार की मुख्यमंत्री हैं। आप इस सरकार के खिलाफ मुखर बोल नहीं पाती।ऐसे अत्याचार और अन्याय पर भी आप आवाज नहीं उठा पाती। यह बहुत अफसोस जनक है।वह भी एक दलित बेटी के साथ हुए घटना पर।
आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, महासचिव दिनेश सिंह अमरीश, सह प्रभारी ब्रिज कुमारी और नदीम अशरफ जायसी प्रेस वार्ता में मौजूद रहे।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :