लखनऊ : उपचुनाव की तारीखों का ऐलान, यूपी में 3 नवंबर को उपचुनाव और…

चुनाव आयोग ने आज उत्तर प्रदेश उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।  3 नवंबर को यूपी में उपचुनाव होगा। उत्तरप्रदेश में 3 नवंबर को 7 सीटों पर मतदान का आयोजन किया जायेगा

चुनाव आयोग (Election Commission) ने आज उत्तर प्रदेश उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।  3 नवंबर को यूपी में उपचुनाव होगा। उत्तरप्रदेश में 3 नवंबर को 7 सीटों पर मतदान का आयोजन किया जायेगा। जबकि 10 नवंबर को उपचुनाव के नतीजे आएंगे। रामपुर की स्वार सीट पर उपचुनाव नहीं होगा। 

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आपको बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही चुनाव आयोग ने बिहार विधान सभा चुनावों का ऐलान किया था।  बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर 2020 को खत्म हो रहा है। इसलिए नई सरकार का गठन विधानसभा के कार्यकाल खत्म होने से पहले जरूरी है

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 

हार विधानसभा की वर्तमान दलीय स्थिति: कुल सीटें- 243, एनडीए (कुल सीटें-130) जेडीयू- 69, बीजेपी– 54, एलजेपी- 2 हम– 1 निर्दलीय– 4 महागठबंधन (कुल सीटें 101) आरजेडी -73, कांग्रेस–23 सीपीआई (एमएल)– 3, निर्दलीय- 1, अन्य एआईएमआईएम– 1, खाली

महागठबंधन (कुल सीट- 101)RJD– 73CONGRESS– 23CPI (ML)– 3OTHERS- 1

NDA (कुल सीट-130)JDU- 69BJP– 54LJP- 2HAM– 1OTHERS– 4

बिहार में चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं है

सभी राजनीतिक दलों के साथ बिहार की जनता भी इसका बेसब्री से इंतजार कर रही है। जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है,लोगों के जेहन में बस एक ही सवाल है कि चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा कब करेगा? बता दें कि अभी बिहार में करीब सात करोड़ 29 लाख मतदाता हैं और इस तरह चुनाव आयोग के समक्ष बिहार में चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं है।

निर्वाचन आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरण ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि, आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव आयोग को लेकर ही होगी। सूत्रों के मुताबिक, बिहार में तीन चरणों में चुनाव हो सकते हैं। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में 28 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव की भी घोषणा हो सकती है।

कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग विज्ञान भवन के हॉल नंबर पांच में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करेगा। सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर सिर्फ पीआईबी एक्रिडेटेड पत्रकारों को ही एंट्री मिलेगी। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही देश की 65 सीटों पर उपचुनाव के लिए भी तारीख का ऐलान हो सकता है।

2015 में साथ लड़े थे राजद और जदयू

2015 के चुनाव में राजद जदयू और कांग्रेस साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था। इस गठबंधन को 178 सीटें मिलीं थी। लेकिन, डेढ़ साल बाद ही नीतीश महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में चले गए। इस चुनाव में एनडीए में भाजपा, लोजपा और हम (सेक्युलर) के साथ जदयू भी है। वहीं, पिछले चुनाव में एनडीए का हिस्सा रही रालोसपा महागठबंधन के साथ है।

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में 39 सीटें एनडीए को मिली थीं। सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार जीता था। लोकसभा के नतीजों को अगर विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से देखें तो एनडीए को 223 सीटों पर बढ़त मिली थी। इनमें से 96 सीटों पर भाजपा तो 92 सीटों पर जदयू आगे थी। लोजपा 35 सीटों पर आगे थी। एक सीट जीतने वाला महागठबंधन विधानसभा के लिहाज से 17 सीटों पर आगे था। इनमें 9 सीट पर राजद, 5 पर कांग्रेस, दो पर हम (सेक्युलर) जो अब एनडीए का हिस्सा हैं और एक सीट पर रालोसपा को बढ़त मिली थी। अन्य दलों में दो विधानसभा क्षेत्रों में एआईएमआईएम और एक पर सीपीआई एमएल आगे थी।

 

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