लखनऊ : धरतीपुत्र के संघर्षों को दिखायेगा रुपहला पर्दा, ट्रेलर हुआ लांच

समाजवादी पार्टी मुखिया पर आधारित मैं मुलायम फ़िल्म ट्रेलर लॉन्च हो गया है। ये फिल्म  मुलायम के जीवन और संघर्ष पर आधारित है। मुलायम की कुशल राजनीति को दर्शाया गया है। 

समाजवादी पार्टी मुखिया पर आधारित मैं मुलायम फ़िल्म ट्रेलर लॉन्च हो गया है। ये फिल्म  मुलायम के जीवन और संघर्ष पर आधारित है। मुलायम की कुशल राजनीति को दर्शाया गया है।  फ़िल्म में दंगल से राजनीति तक का मुलायम का सफर है। यह फिल्म एमएस फ़िल्म एंड प्रोडक्शन ने बनायी है। मैं मुलायम फ़िल्म के कई गाने भी लॉन्च हुआ है। जल्द मैं मुलायम फ़िल्म भी रिलीज़ होगी। इंदिरा गांधी(indira gandhi )के भी किरदार को फ़िल्म में दर्शाया गया है। यूपी की दिग्गज राजनीति का फ़िल्म (film) में मसाला

आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी  के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (mulayam singh yadav ) की बॉयोपिक जल्द ही रिलीज होने वाली है। इस फिल्म मुलायम सिंह यादव के एक किसान के घर से संघर्ष करते हुए देश में सर्वोच्च नेता बनने तक की पूरी स्टोरी दिखाई जाएगी। मुलायम सिंह यादव पर बनीं फिल्म आज कल के संघर्ष कर रहे युवाओं को प्रेरित करने का काम भी करेगी। यह एक किसान के बेटे की प्रेरक कहानी है जो राज्य का सर्वोच्च नेता बन जाता है। इस फिल्म में अमिथ सेट्ठी और सुवेंदु राज घोष मुख्य भूमिका में हैं। टीजर को ऐक्टर काफी इम्प्रेसिव रोल में दिखाई दे रहे हैं।

पहलवान बनाना चाहते थे पिता

मुलायम सिंह यादव(mulayam singh yadav) एक बेहद हंबल बैकग्राउंड को बिलांग करने वाले थे. उनके पिता चाहते थे कि वह एक पहलवान बनें, परन्तु नेता जी के इरादे कुछ और थे। इसी बीच एक लोकल पॉलिटीशियन नाथूराम ने कुश्ती के एक कंप्टीशन में यंग मुलायम सिंह यादव को देखा जिन्होने अपने से दोगुने आकार के पहलवान को धूल चटा दी। नत्थूसिंह ने उनके दबंग अंदाज को देख कर उन्हें राजनीति में एंट्री करने का पहला मौका दिया था।

मुलायम सिंह यादव की मुलाकात नत्थूसिंह ने करवाई थी

उस दौर के देश के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक राम मनोहर लोहिया से मुलायम सिंह यादव की मुलाकात नत्थूसिंह ने करवाई थी. इतना ही नहीं उन्होंने करहल में एक टीचर की जॉब भी दिलवाने में भी मदद की. परन्तु मुलायम सिंह यादव का मुख्य ध्यान राजनीति में ही रहा। मुलायम सिंह यादव को लोहिया के लोगों को सामाजिक न्याय दिलवाने के मुद्दों और समानता पर दृढ़ विश्वास ने उनका सर्थक बना दिया। मुलायम सिंह यादव ने उन सिद्धांतों के आधार पर उनके कामों से प्रभावित होकर ने अपने पॉलिटिकल करियर आगे बढ़ाने का फैसला किया।

मुलायम सिंह यादव ने शुरुआती दिनों में शिक्षण कार्य किया

मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के ऐसे धुरंधर नेता के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने साधारण परिवार से निकलकर प्रदेश और देश की सियासत में एक बड़ी पहचान बनाई। वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और एक बार देश के रक्षा मंत्री के रूप में सेवा दी। 22 नवम्बर, 1939 को इटावा जिले के छोटे से गांव सैफई में पैदा होने वाले मुलायम सिंह यादव ने शुरुआती दिनों में शिक्षण कार्य किया। लेकिन लोहिया और उनके साथ के लोगों के संपर्क में आने के बाद सियासत की ओर रुख किया।

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