महिला दिवस स्पेशल :नीलम रोमिला सिंह बनी महिलाओं के लिए मिसाल
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के इस अवसर पर द यूपी खबर आप को कानपूर की एक ऐसी महिला से रूबरू कराने जारा है, जिसने भारत में अपना बहुत नाम कमाया, व्याप्यार जगत में उनके नाम की गूँज इतनी रही है की उनका नाम सुर्खियां बन गया, जी हां हम बात कर रहे है पूर्व सदस्य उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग नीलम रोमिला सिंह की।
आप सभी झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के बारे में तो जानते ही हैं तो आपको ये भी पता होगा कि उन्हें वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई भी कहा जाता है. आज हम आपसे ये इसलिए बता रहे हैं कि आज हम जिस महिला की बात करने जा रहे हैं उन्हें अगर आज दौर वीरांगना की उपाधि दे जाये तो शायद गलत नहीं होगा।
ये ऐसी महिला हैं जो किसी पहचान की मोहताज नहीं है. जी हाँ हम आज बात कर रहे हैं बहादुर, साहसी समाजसेविका और राजनेत्री नीलम रोमिला सिंह की. जो अपने आप में रानी लक्ष्मीबाई से कम नहीं है. आज The UP Khabar के दफ्तर में नीलम रोमिला सिंह का आगमन हुआ. उन्होंने यहाँ पहुंचकर सभी कर्चारियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। व उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की.
आइये जानते है नीलम रोमिला सिंह के जीवन से जुड़े कुछ अहम पहलू :-
नीलम रोमिला सिंह करीब पिछले 23 वर्षों से समाजवादी पार्टी से जुड़ी नीलम रोमिला सिंह इस पार्टी की एक अनुभवी व संघर्षशील नेत्री हैं. वह समाजवादी पार्टी के शासनकाल में उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य रह चुकी हैं. मूलरूप से गोरखपुर जिले की रहने वाली नीलम जी का वर्तमान निवास – स्थान कानपुर नगर है.
राजनीतिक पदार्पण –
नीलम रोमिला सिंह सन् 1995 में समाजवादी पार्टी से जुड़ी तथा तब से लेकर आज तक पार्टी को आगे ले जाने के लिए संघर्षरत हैं. नीलम जी सामाजिक कार्यक्रमों में बढ़- चढ़ कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराती हैं. इसके अलावा वह पार्टी की ओर से सामाजिक मुद्दों के खिलाफ किये जा रहे विरोध प्रदर्शनों में भी सक्रिय भूमिका निभाती आईं हैं.
सामाजिक अगुआई –
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दे –
राष्ट्रीय मुद्दों का अवलोकन –
वैश्विक परिदृश्य पर विचार –
सपा नेत्री नीलम रोमिला सिंह ने मोबाइल फोन पर धमकाने की रिपोर्ट कर्नलगंज थाने में दर्ज कराई है। आरोप है कि सोमवार को उनके मोबाइल पर किसी ने फोन कर अपना नाम मेमन निवासी दुबई बताते हुए कहा कि गोविंदनगर से चुनाव लड़ने का प्रयास मत करो, वर्ना तुम्हारे और परिवार के लिए ठीक नहीं होगा। न मानने पर जान से मारने को कहा। नीलम के मुताबिक फोन करने वाले ने उन्हें बदनाम करने की भी धमकी दी
समाजवादी पार्टी में काफी घमासान के बाद प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकारणी की लिस्ट जारी की जिसमे नीलम रोमिला सिंह को दूसरी बार प्रदेश कार्यकारणी सदस्य बनाया गया वही सपा कार्यकर्ताओं को जानकारी होते ही बधाइयों का दौर शुरु हो गया
अखिलेश यादव के क्रांतिकारी कदम से पार्टी में बिखराव की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है। इस बीच समाजवादी पार्टी में चल रही उठापटक से आहत नेता रोमिला सिंह मीडिया के सामने अपने आंसू ना रोक पाईँ। भावुक नीलम रोमिला सिंह ने पत्रकारों से कहा कि वो पार्टी को टूटता हुआ नहीं देख सकतीं। वो पूरे परिवार को इकट्ठा देखना चाहती हैं।
कानपुर (Kanpur)– फतेहपुर और उन्नाव में हुई बलात्कार (Rape) की घटनाओं को लेकर नीलम रोमिला सिंह समेत कई सपाई हैलेट इमरजेंसी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सपाई महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का हवाला दे रहे हैं।
उन्नाव दुष्क’र्म पीडिता को न्याय दिलाने के लिए अखिलेश यादव की महिला ब्रिगेड ने सड़क पर मोर्चा संभाला
समाजवादी महिला सभा की ये महिलाएं शामिल रहीं
धरने पर महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती गीता सिंह, राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष जरीना उस्मानी सहित जूही सिंह, नाहिद लारी खान, मीरा वर्धन, सुरभि शुक्ला, रचना कोरी, प्रेमलता यादव, पूजा शुक्ला, नीलम रोमिला सिंह, सुरैय्या सिद्दीकी, पूनम यादव, आशा सिंह, पूजा यादव, उमा यादव, दीपा यादव, मीना सिंह, जूही सिंह, सीमा यादव, नसरीन फातिमा, गीता पाण्डेय, अरूणा त्रिवेदी, शर्मिला महराज, साधना वर्मा, ऊषा यादव लोगों ने इस धरना प्रर्दशन में सहभागिता की.
बता दें कि उन्नाव में हुए दुष्क’र्म पीड़िता के साथ हुए हा’दसे के बाद से ही सपा मुखिया इस मुद्दे को लेकर बेहद सक्रिय नजर आ रहे हैं. पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय मिलें, इस कोशिश में वह लगतार ध’रना प्रर्द’शन खुद करते हुए नजर आ रहे हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव इस मामले में लगातार नजर बनाए हुए हैं.
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