पटरी दुकानदारों की नहीं हो रही सुनवाई
लखनऊ में पटरी दुकानदारों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम इनकी बातों को सुनकर भी दरकिनार कर दे रहे हैं। इस उपेक्षा से पटरी दुकानदारों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। वह अब बड़ा कदम उठाने की तैयारी में हैं।
पटरी दुकानदार वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष मनीष चौधरी और महामंत्री दीपक सोनकर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अनलॉक-4 में पटरी दुकानदारों को दुकानें लगाने का अवसर देने का निर्देश है। जिलाधिकारी व पुलिस कमिश्नर मिलने उनके कार्यालय गए तो मुलाकात नहीं कराई गई। उनके कार्यालय में ही पटरी दुकानदारों की ओर से ज्ञापन दे दिया गया है। पटरी दुकानदारों की पूरी तरह उपेक्षा की जा रही है। उनको रोजी-रोटी छीनने का षडय़ंत्र रचा रहा है। छह महीने गुजरने के बाद भी अमीनाबाद के फेरी वालों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आरोप है कि आदेश के बाद भी 100 मीटर के दायरे में दो गुणा दो मीटर की जगह नहीं दी गई है। करोना काल के तीन महीने बाद लखनऊ की सभी बाजार व फुटपाथ खुल गए हैं लेकिन अमीनाबाद पटरी दुकानदार अब तक काम शुरू नहीं कर पाए है। इसकी वजह से उनके सामने रोजी- रोटी का संकट आ गया है। 800 से ज्यादा परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है लेकिन नगर निगम, जिला प्रशासन व पुलिस के लोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पटरी दुकानदारों को अब बड़ा कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा।
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