मोदी सरकार के किसानों से जुड़े बिल पास करने पर मायावती ने दी ये नसीहत…

इस ओर केन्द्र सरकार जरूर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा

केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान किसानो से जुड़े दो बिल पास किये थे।  इसके बाद केंद्र सरकार के कैबिनेट की ही एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया था। अब बीजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गयी है।  बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से असहमति जताई है।  मायावती ने ट्वीट में लिखा है कि –

संसद में किसानों से जुड़े दो बिल, उनकी सभी शंकाओं को दूर किये बिना ही, कल पास कर दिये गये हैं। उससे बी.एस.पी. कतई भी सहमत नहीं है। पूरे देश का किसान क्या चाहता है? इस ओर केन्द्र सरकार जरूर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा। आपको बता दे कि

हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. हरसिमरत कौर बादल  ये जानकारी ट्वीट के जरिये दी।  हरसिमरत कौर बादल ने  अपने ट्वीट में लिखा है कि मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है।

किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व है. हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं. यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बीजेपी की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल अध्यादेश का विरोध कर रही है.

हरसिमरत कौर बादल का इस्तीफा स्वीकार, नरेंद्र तोमर को मिला प्रभार

वहीं अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट किया, “मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व है.” बता दें कि आज शिरोमणी अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में किसानों से जुड़े बिलों का विरोध किया था.

केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र  में किसानों से संबंधित कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है.

इनमें से दो आज लोकसभा में पारित हो गए हैं. जबकि एक आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही लोकसभा में पारित चुका है. इन विधेयकों का किसान बड़े पैमाने पर विरोध कर रहे हैं. पंजाब, हरियाणा में किसान बड़े पैमाने प्रदर्शन कर रहे हैं.

इन विधेयकों को वापस लिए जाने की मांग की जा रही है. इस बिल के विरोध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया है. पंजाब के अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि ये बिल 20 लाख किसानों को प्रभावित करेगा. ये बिल किसानों के लिए खतरनाक हैं.

 

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