लखनऊ : यूपीएसएसएससी बना एक बेबस और लाचार आयोग : वंशराज दुबे

आम आदमी पार्टी सीवाईएसएस विंग के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने आयोग अध्यक्ष से की मुलाकात, लंबित भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी कराने की मांग

लखनऊ : यूपीएसएसएससी बना एक बेबस और लाचार आयोग : वंशराज दुबे

आयोग से चयन के बावजूद 20 मामलों में लटकी है भर्ती प्रक्रिया।  आम आदमी पार्टी सीवाईएसएस विंग के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने आयोग अध्यक्ष से की मुलाकात, लंबित भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी कराने की मांग

लखनऊ। आम आदमी पार्टी की छात्र विंग सीवाईएसएस के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि आयोग में 2016-2020 तक लगभग 19 भर्तियां/परीक्षाएं लंबित हैं.

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार की बेबसी और लाचारी से यह बात तय हो चुकी है उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग एक बेबस और लाचार आयोग बन गया है जिसको 60-70 लाख नौजवानों को जीवन से कोई सरोकार नहीं है।

वंशराज दुबे ने कहा कि कार्यवाही के नाम पर आयोग की ओर से प्रगति रिपोर्ट मासिक कैलेंडर जारी किया जाता था, जिसमें दिनांक व महीना ही बदला जाता है। अब तो आयोग ने प्रगति रिपोर्ट भी जारी करना बंद कर दिया है। ऐसे में मासिक प्रगति रिपोर्ट जारी कराई जाए और प्रक्रिया में विलंब व लापरवाही के लिए दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के दंड की व्यवस्था की जाए। जिससे गरीब व मध्यम वर्गीय युवाओं को मानसिक व आर्थिक शोषण से बचाया जा सके।

आयोग अध्यक्ष को सौपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि सम्मिलित व्यायाम प्रशिक्षक एवं क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी के 700 पदों के के लिए मई 2018 में आवेदन लिया गया और सितंबर 2018 में परीक्षा कराने के बाद फरवरी 2019 में परिणाम घोषित कर दिया गया,लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।

जून 2018 में ग्राम विकासअधिकारी/ ग्राम पंचायत अधिकारी /समाज कल्याण पर्यवेक्षक के 1953 पदों पर आवेदन लिया गया। दिसंबर 2018 में लगभग 10 लाख ने परीक्षा दी और 8 माह बाद अगस्त 2019 में परिणाम घोषित हुआ, लेकिन एक साल बीतने के बावजूद अभी चयनित छात्रों को नियुक्ति नहीं मिल पाई।

इसी तरह होम्योपैथिक फार्मासिस्ट के 700 पदों के लिए 2700 छात्रों ने परीक्षा दी,लेकिन एक वर्ष बीतने के बावजूद अभी तक आयोग परिणाम तक नहीं घोषित कर पाया। ऐसे ही कनिष्ठ सहायक परीक्षा,वनरक्षक परीक्षा, बोरिंग टेक्नीशियन, गन्ना पर्यवेक्षक, आबकारी सिपाही परीक्षा समेत लगभग 24 भर्तियां हैं जिसमें प्रदेश के 40-50 लाख युवाओं का भविष्य पिछले तीन-चार सालों से अधर में लटका हुआ है।

Read Also :- कानपुर – झाँसी मार्ग पर बने सेमरी टोल प्लाजा पर यात्री को सिर बाहर निकालने की चुकानी पड़ी बहुत भारी कीमत…

उत्तर प्रदेश शासन एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अगर ग्राम विकास अधिकारी 2018 समेत अन्य 19 भर्तियों की चयन प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण नहीं करता तो आम आदमी पार्टी की छात्र विंग सीवाईएसएस एक व्यापक आंदोलन करेगी जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।

इस अवसर पर सीवाईएसएस के प्रदेश सचिव अनित रावत, जिला अध्यक्ष ऋषियंत कटियार, जिला उपाध्यक्ष अभय सिंह, अजय, आरिफ, प्रतीक दुबे, सचिन, वारिस आदि मौजूद रहे।

Read Also :- प्रतापगढ़ : डीएम के आदेश पर सपा जिलाध्यक्ष के विरुद्ध पुलिस-प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई…

Related Articles

Back to top button