कोरोना काल में रोजाना ना नहाने की आदत आपके लिए हो सकती हैं नुकसानदायक
नहाने की आदत इस बात पर ज्यादा निर्भर करती है कि इंसान का मूड, तापमान, जलवायु, लिंग व सामाजिक दवाब है. भारत में धार्मिक वजहों इसके अलावा एक बड़ा कारण पानी की उपलब्धता भी है.
भारत में कई बार नहाने की वजह महज सामाजिक दवाब होता है. कई बार गंदा ना होने के बाद भी लोग घंटों बाथरूम या नहाने के स्थल पर पानी बहाते रहते हैं, जिसकी आवश्यकता कतई नहीं होती. एक हालिया सर्वे में पता चला कि नहाने के मामले में दुनिया में शीर्ष देशों में भारत, जापान और इंडोनेशिया के लोग कहीं आगे हैं.
त्वचा संबंधी समस्याएं
जब आप नहाना बंद कर देते हैं, तो आप कई त्वचा संबंधित समस्याओं का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में आप अपनी त्वचा को खरोंचना शुरू कर देते हैं क्योंकि बैक्टीरिया और गंदगी खुजली की उत्तेजना पैदा करते हैं। खरोंच और खुजली के कारण आपकी त्वचा फट सकती है और बदले में संक्रमित हो जाएगी, जो आपको लंबे समय तक शिकार बना कर रख सकती है।
संक्रमण
लगातार दिनभर मोबाइल फोन, दरवाज़े के हैंडल और टॉयलेट सीट का इस्तेमाल करने पर कई तरह के संक्रमण आपके संपर्क में आते हैं, जिन्हें दूर करना बहुत जरूरी होता है। अगर आप अपने शरीर को नहीं धोते हैं, तो रोगाणु और बैक्टीरिया आपके हाथ, नाक या मुंह के जरिए आपके शरीर में प्रवेश करने लगते हैं, इससे आपको आम सर्दी या यहां तक कि हेपेटाइटिस ए का खतरा हो सकता है। इसलिए रोजाना नहाना और बार-बार हाथ धोना जरूरी हो जाता है।
मृत कोशिकाएं
जब आप नहाने की आदत से दूर भागते हैं तो आप अपनी त्वचा को भी मारने का काम करते हैं। नहीं नहाने के कारण आपकी त्वचा की कोशिकाएं नष्ट होने लगती है। किसी भी मृत त्वचा की कोशिकाओं को धोया जाता है ताकि नए को विकसित किया जा सके। अगर आप स्नान करना बंद कर देते हैं, तो पूरे 4 किलो मृत त्वचा कोशिकाएं आपके शरीर में जमा हो जाएंगी। जिससे आपकी त्वचा को काफी नुकसान होता है।
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