गाजियाबाद : लॉकडाउन की फीस और मेंटेनेंस चार्ज मांग रहा स्कूल 

नही देने पर ऑनलाइन क्लास से किया बच्चो को बाहर   एग्जाम से भी बाहर रहने की धमकी

  •  तकरीबन 6 महीने से कोरोना की वजह सब कुछ बंद है लेकिन लगातार स्कूलों की मनमानी के आगे किसी की नहीं चल रही पेरेंट्स एसोसिएशन ने भी 8 दिन लगातार धरना दिया भूख हड़ताल की लेकिन प्रशासन ने कोरोना का हवाला देकर उन्हें भी उठा दिया हाल तो अभी हो गया है
  • कि ना तो प्रशासन कुछ सुन रहा है और स्कूल भी अपनी मनमानी कर रहा है बच्चों को ऑनलाइन क्लास से बाहर करने के साथ उन्हें एग्जाम में ना बैठने की धमकियां भी दी जा रही है
  • वीओ- गाजियाबाद का ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल जहां स्कूल अपनी ही मनमानी में लगा है
  • ना तो सरकार के नियमों को मान रहा है और ना ही पेरेंट्स की गुहार सुन रहा है दरअसल लंबे अरसे से पेरेंट्स एसोसिएशन के लोग और अभिभावकों ने गाजियाबाद जिलाधिकारी के माध्यम से राज्य सरकार से प्रार्थना की कि सभी स्कूलों की लॉक डाउन की फीस को माफ किया जाए और साथ ही एनुअल चार्ज भी माफ किया जाए लेकिन सरकार के कहने के बाद भी ना तो स्कूल मान रहा है
  • और ना ही प्रशासन कोई मदद कर रहा है ऐसे में पेरेंट्स एसोसिएशन और अभिभावकों ने तकरीबन 8 दिन तक भूख हड़ताल की लेकिन प्रशासन ने कोरोना का हवाला देकर सभी को होम कारंटाइंड कर दिया ऐसे में अब ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल ने बच्चों से पूर्णा काल की फीस के साथ-साथ एनुअल चार्ज भी मांग लिया है
  • जिसके ना जमा करने पर आज उन्हें ऑनलाइन क्लास से निकाल दिया गया जबकि सोमवार यानी कल से उनके एग्जाम शुरू होने हैं जिसको लेकर भी उन्हें मना कर दिया गया है कि वह एग्जाम में नहीं बैठ पाएंगे

स्कूलों की मनमानी का स्तर यहां तक ही रुका नहीं है

ऑनलाइन क्लास अटेंड करने वाले बच्चे बताते हैं कि जो टीचरों ने पढ़ाती हैं वह असल में ऑनलाइन में सिर्फ वक्त जाया करती हैं किसी सवाल का जवाब मांगने पर बच्चों को उनका जवाब नहीं मिलता और ना ही उन्हें ठीक से पढ़ाया जाता और उसके ऊपर से उन्हें क्लास से निकाल दिया गया है

 

और एग्जाम में नहीं बैठने देने की धमकी भी दी जा रही है

गौरतलब है कि पेरेंट्स ने लड़ाई लंबे अरसे से जारी रखी है

जिसको लेकर भूख हड़ताल हुई धरना प्रदर्शन किया गया कैंडल मार्च भी निकाला गया लेकिन ना तो सरकार ने उनकी गुहार सुनी और ना ही स्कूल अपनी फीस माफी मैं कोई कदम उठा रहा है

ऐसे में मुश्किल उन पेरेंट्स के लिए बनी है जिन बच्चों को क्लास से निकालने के साथ-साथ एग्जाम में ना बैठने की बात कही जा रही है

बहराल प्रशासन की अनसुनी और स्कूल की मनमानी के बीच जो नुकसान झेल रहे हैं वह हमारे देश का आने वाला भविष्य है

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