इनको YES BANK की बिगड़ती हालत का अंदाजा हो गया था, इसलिए पहले ही निकाले 1,300 करोड़

भारतीय रिजर्व बैंक नई YES BANK से 50 हजार से ज्यादा की निकासी पर रोक लगा दी है. द हिन्दू ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने बैंक से हालही में 1,300 करोड़ की निकासी की थी. कहा गया है कि टीटीडी बोर्ड के अध्यक्ष वाई.वी. सुब्बा रेड्डी ने हालही कुछ बैंकों के परफॉरमेंस रिपोर्ट देखने के बाद इस स्थिति की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने YES बैंक से निकासी का निर्णय लिया था. उन्होंने मुख्यमंत्री Y.S जगन मोहन रेड्डी को बी इसकी जानकारी दी थी.

पिछली टीडीपी सरकार के शासन के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने अपने धन को यस बैंक सहित चार बैंकों में जमा किया था. हालांकि YV सुब्बा रेड्डी ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के जमा पर ध्यान केंद्रित किया और अधिकारियों से चार बैंकों की वित्तीय स्थिति के बारे में एक व्यापक रिपोर्ट प्राप्त की थी.

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने पाया यस बैंक एक गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रहा है, बैंक अध्यक्ष ने जमा राशि को तत्काल निकलने के निर्देश जारी किए. जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने यस बैंकसे 50 हजार से ज्यादा की निकासी पर रोक लगाई तो कई लोग इसकी तुलना पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक की विफलता से इसकी तुलना करने लगे.

हालांकि RBI और वित्त मंत्रालय इस घोषणा में छोटे जमाकर्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए उपाय किए हैं. अधिकतर जानकारों का कहना है कि जल्द ही यस बैंक संकट का एक त्वरित समाधान निकाला जायेगा. उनका मानना है कि सरकार इतने बड़े बैंक को डूबने नहीं देगी.

सरकार और RBI इसका हल निकालने पर बातचीत कर रहे हैं. जानकारों का कहना है कि पीएमसी बैंक और यस बैंक की स्थिति अलग-अलग हैं. पीएमसी बैंक में 11,000 करोड़ से अधिक की जमा राशि थी जबकि यस बैंक में 2 लाख करोड़ से अधिक की जमा राशि है. विशेषज्ञों का कहना है कि देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई यस बैंक को संकट से उबार सकता है.

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