कानपुर:-पुलिस की बड़ी नाकामी आयी सामने बर्रा में एक और अपहरण हत्याकांड से सनसनी…

पुलिस की बड़ी नाकामी आयी सामने बर्रा में एक और अपहरण हत्याकांड से सनसनी संजीत यादव के बाद अब सुनील की अपहरण के बाद हत्या

कानपुर:-पुलिस की बड़ी नाकामी आयी सामने बर्रा में एक और अपहरण हत्याकांड से सनसनी

संजीत यादव के बाद अब सुनील की अपहरण के बाद हत्या 4 सितंबर को ही अपहृत ठेकेदार की कर दी गयी थी हत्या तीन दिन पहले बिधून में मिले शव की परिजनों ने की शिनाख्त बर्रा थाना पुलिस ने दो सगे भाइयों को किया गिरफ्तार

-संदिग्ध परिस्थियों में गायब हुए सुनील की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा,किरायेदार भाइयो ने की हत्या,खुलासे पर परिजनों ने जताई आपत्ति।

कानपुर के बर्रा में संजीत अपहरण हत्याकांड के बाद एक बार फिर से कानपुर पुलिस के हाथ खाली रह गए और एक और संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए व्यक्ति की बदमाशों ने निर्मम हत्या कर दी। वही पीड़ित परिवार की तहरीर में नामजद शातिर बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।जिन्होंने अपना गुनाह भी काबुल कर लिया है। इस।मामले में सबसे बड़ी बात ये रही कि पुलिस ने आरोपियों कस्टडी में रखने के बाद बावजूद भी उनसे घटना का सच बाहर लाने में 5 दिन तक नाकामयाब साबित रही।

आपको बताते चलें कि पूरा मामला बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा सात इलाके का है। जहां पर रहने वाले सुशील कुमार सिंह जिनके परिवार में पत्नी और एक बेटा और बेटी है। सुशील अपने घर पर ही रह कर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे थे। बीती 5 सितंबर को सुशील अपने घर से कुछ ही दूरी पर अपने दूसरे मकान में किराएदार सोनू से मकान खाली कराने के लिए मुलाकात करने पहुंचे थे। जिसके बाद से ही वह अचानक संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए और देर रात हो जाने के बाद भी घर नहीं लौटे। जिसके बाद परिवार ने गुमशुदगी की तहरीर बर्रा पुलिस को दी। वही तहरीर में पीड़ित परिवार ने सोनू नाम के लड़के पर पिता के अपहरण करने की बात का जिक्र भी किया था। जिसके बाद पुलिस ने सोनू उर्फ रोहित को हिरासत में तो लिया मगर 5 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस शातिर से सच सामने नहीं ला पाई। वही पुलिस को आज यह जानकारी हुई कि बिधनू थाना क्षेत्र में 6 सितंबर को पांडव नदी में एक अज्ञात शव मिला था, जिसे मोर्चरी में रखा गया था।जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को ले जाकर शव की शिनाख्त कराई। मगर पानी में कई दिन तक शव के पड़े होने के चलते शव क्षत-विक्षत हो चुका था। वही जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए सोनू और उसके भाई मोनू से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। वहीं इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ गोविंद नगर वी के पाण्डेय ने बताया कि सोनू और मोनू ने मिलकर सुशील की उसी वक्त हत्या कर दी थी। जब वह उनके घर मकान खाली करने के लिए बोलने गए थे। जिसके बाद दोनों ने सुशील के शव को बोरे में भरकर स्कूटी से पांडु नदी में ले गए और शव को फेक दिया था। तो साथ ही साथ सुशील के मोबाइल फोन को पुलिस को गुमराह करने के लिए नौबस्ता से घाटमपुर चलने वाली एक गाड़ी में रख दिया था। ताकि पुलिस को पूरी तरीके से गुमराह किया जा सके। वहीं पुलिस ने बताया कि पूरे मामले में दोनों ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। पकड़े गए दोनों सगे भाई भी हैं जिन्हें अब जेल भेजा जा रहा है।वही मृतक के परिजनों ने पुलिस के खुलासे पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए है मृतक की बेटी अदिति का कहना है कि जो पुलिस ने शव दिखाया था वो उनके पिता का नही है।

ऐसे में अब एक बार फिर से पुलिस की संजीत अपहरण हत्याकांड की ही तर्ज पर लीपापोती नजर आ रही है।

 

वी के पाण्डेय(सीओ गोविन्द नगर)

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