संघर्ष से शिखर तक की कहानी “आनंद” की जुबानी

THE UP KHABAR : आज के समय लोग अपनी पहचान बनाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं. और उसके बावजूद वो सफल नहीं हो पाते। मगर इस दौर में भी एक नाम ऐसा है जो किसी पहचान के लिए मोहताज नहीं है. वो आज जो कुछ भी हैं अपनी मेहनत और काम के बलबूते पर हैं. जी हाँ हम बात कर रहे हैं मुंबई के जाने माने बिजनेस मैन व अविका ग्रुप के चेयरमैन आनंद बिहारी के बारे जो आज द यूपी खबर के ऑफिस पहुंचे। आनंद बिहारी यादव ने यहाँ पहुँच सभी कर्मचारियों से मिलकर बातचीत की व उनका हालचाल जाना।

जाने कैसा संघर्ष से भरा रहा है अविका ग्रुप के चेयरमैन आनंद बिहारी यादव का जीवन :-

आनंद बिहारी ने हमसे बात करते हुए बताया कि उन्होंने शुरूआत से ही बिजनेस करने का मन बना लिया था, वे कहते हैं कि उनके परिवार में सभी लोग सर्विस में थे और और और वो जानते थे कि वे किसी बड़ी सर्विस को नहीं कर पाएंगे क्यों उनकी पढाई में रूचि कम थी. इसीलिए उन्होंने बिजनेस में हाथ आज़माने का सोंचा और 1995-96 में ट्रेवल का काम शुरू किया। आनंद बिहारी ने बताया कि दो साल तक ट्रेवल का काम करने के बाद उन्होंने सोनभद्र में रहकर 6-7 साल तक माइनिंग का काम भी किया। सोनभद्र से निकलकर आनंद जी ने लखनऊ में अथर्व के नाम से एक पानी का प्लांट डाला, जो कि आगे चलकर बहुत ही ज्यादा फेमस हुआ। आपको बता दें कि अथर्व का पराग दूध डेयरी के साथ हुआ था टाइअप।

साईं बाबा के भक्त है आनंद बिहारी जी :-

आगे आनंद बिहारी बताते हैं कि मुश्किल समय में उनको साईं बाबा ने सहारा दिया। उन्होंने ट्रेवल, माइनिंग और पानी के प्लांट के बाद अपनी पहली आईटी कंपनी अविका डेटा साफ्टवेयर लिमिटेड प्रारम्भ की।

उत्तराखंड में आई बाढ़ की वजह से कम्पनी को काफी ज्यादा नुकसान हो गया था। आनंद जी बताते हैं कि उन्होंने चीन में भी अविका मोबाईल के नाम से फैक्ट्री लॉच की मगर इस बिजनेस में काफी ज्यादा नुकसान हुआ। इसके बावजूद उन्होंने अपने जीवन में चल रहे इन संघर्षों में कभी हार नहीं मानी है.

एक पॉलिटिशियन से ज्यादा समाज सेवा का काम कर चुके हैं आंनद बिहारी :-

आनंद बिहारी ने बताया कि उन्होंने अपनी जीवन में पॉलीटिक्स में काफी ज्यादा काम किया लेकिन कभी चुनाव नहीं लड़ा। आनंद बिहारी यूपीको के चेयरमैन भी रह चुकें हैं जो की भारत सरकार की पीएसयू है, लेकिन आनंद ने कई सारे घोटालों के चलते इस पद से रिजाइन कर दिया था।  आनंद जी पहले जनता के लिए कुछ करना चाहते हैं फिर इलेक्शन लड़ना चाहते हैं हूं।

THE UP KHABAR की टीम को दी शुभकामनाएं व बधाई : 

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