सुल्तानपुर – मेनका गांधी के खिलाफ़ नारेबाजी पत्रकारों के मामले में कूदी आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन

खबर सुल्तानपुर से है जहाँ मेनका गाँधी अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर में विकास की गति को बढ़ाने का कार्य कर रही हैं की सुल्तानपुर में कोई परेशान ना हो और वे सबको दुख दर्द सुनने और उनका हल निकालने का सफल प्रयास करती रहती हैं तो वही दुसरी तरफ

पूरा मामला पूजा कसौधन जिला मन्त्री भाजपा से जुड़ा हुआ है दिनांक 02-8-2020 की रात का है जब पूजा कसौधन ने रात 11 हाई वोल्टेज ड्रामा कोतवाली नगर कोतवाली में किया जिसमे वो राजेश मिश्रा पत्रकार वा उनके भाई को जोकी बैंक में मैनेजर है और राखी त्यौहार को मनाने के लिये अपने घर सुल्तानपुर आये थे उन्हे क्या पता था की आज रात ये सब कुछ होने वाला है!

बताते चले की जब राजेश मिश्रा पत्रकार अपने भाई के साथ पूजा कसौधन भाजपा नेत्रि के घर और दुकान की तरफ़ से गुजर रहे थे तो पूजा का कहना है कि राजेश मिश्रा मेरी दुकान की वीडियो बनाने लगे और जब वो नीचे आयी तो पूजा की उनसे कहा सुनी हो गयी और राजेश के बताये अनुसार उनको और उनके भाई को तथा हमारे मित्र एडवोकेट मो अनवर के साथ बद्तमीजी की और पूजा और उनके लोगो ने हमको वा मेरे भाई खूब मारा और ये लोग मारते हुए हम दोनो को कोतवाली नगर लेकर चली आई और इल्जाम लगा रही हैं की मै पूजा से 25000 रुपया माँग रहा हूँ !

तत्पश्चात मुझे (सन्तोष पाण्डेय) को कोतवाली बुलाया गया तो कोतवाली में तकरीबन 25 से 30 लोगो की भीड़ थी जब इस बाबत पूरी जानकारी ली तो मामला संदिग्ध लगा और मैने पूजा कसौधन से तथा राजेश मिश्रा उन्के भाई वा अनवर एडवोकेट से जब पूछा तो आरोप प्रत्यारोप चलता रहा और पूजा पूरी तरह से इस बात पर अड़ी रही की इन सब के खिलाफ FIR दर्ज कर इनके ऊपर कार्यवाही की जाये!

बताते चले की किसी तरह पूजा कसौधन और राजेश को समझा बुझाकर मैने उन दोनो के बीच सुलह समझौता करवाया और एक मसौदा तैयार कर दोनो लोगो बिना किसी जोर जोर्जबर्दास्ती के एक दुसरे ने स्वास्थ मन से उस सुलहनामे पर हश्ताक्षर किया और ऐडवोकेट मो अनवर ने अपने हाथ से सुलाहनामा लिखा और गवाह बने तथा मैने भी हश्ताक्षर किया और दो ,चार लोगो हश्ताक्षर करवाये और दोनो पक्ष अपने अपने घर को रात एक बजे कोतवाली से निकले !

बताते चलें कि पूजा के घर से महज चंद कदम की दूरि पर शाहगंज चौकी पड़ती हैं लेकिन पूजा जोकी भाजपा नेत्रि है और उनके द्वारा ये भी कहा जाता है की व्यापार उनके पति संदीप करते हैं और घर के बगल वो उसी गोदाम पर थे जब ये फोटो खिच कर उनसे रुपया माँग रहे थे तब निकल कर घर से रात 10 :30 बजे के आस पास निकली लेकिन मारपीट के बाद वो शाहगंज चौकी नही गयी जो की उनके घर के बिल्कुल निकट था. दूसरी बात मारपीट कर कोतवाली आना और आरोप 25000 का लगाना अपने आप में संदेह पैदा करता है की उनकी मंशा क्या रही होगी !

बताते चलें कि की ठीक 8 दिन बाद 10 तारीख को जब मेनका गांधी जी अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर पहुँचती हैं तो उनको पूरी बात से अवगत नही कराया जाता है उनको सिर्फ़ पत्रकार राजेश के बारे मे बताया जाता हैं और उस सुलहनामे का जिक्र ही नही किया जाता और आधा अधूरा बता कर पत्रकारो के खिलाफ ताना बाना बुन दिया जाता हैं और हद तो तब हो गई जब निगरानी समिति की बैठक में खुलेआम सांसद मेनका गांधी जी से पूजा कसौधन सवाल DM से करने लगती हैं की उनको पत्रकारो की सूची दे दी जाए जिससे वो ये जान सके की कौन पत्रकार है और कौन नही.

इसपर मेनका गांधी जी के मुहँ से निकल पड़ता है की जो पत्रकार लोग है वो फोटो खींच कर ब्लैकमेल करते हैं जैसा की पूजा जी ने उन्हे आधा अधूरा बता रखा था और 2 तारीख की घटना का जिक्र नही किया जाता ,तो एक तरह से पूजा ने गुमराह करते हुए मेनका जी को पत्रकारो के खिलाफ़ भड़का देती हैं,

बता दे की पूजा कसौधन ने जोकी मामला 2 तारीख को ही खत्म हो गया था उसको हवा 10 तारीख को क्यूं दिया,आऔर अगर ये गृहणी है तो रात 10 बजे घर से उतर कर सड़क पर मारपीट क्यूं कर रही है और जब पति व्यसयाए करते है तो रुपये की डिमांड इनसे क्यूं की गयी और इनका मारना पिटना और मेनका गांधी को आधा अधूरा बताना और उनको प्रोवोके करना इस सब के चलते आज मेनका गांधी जी के मुर्दाबाद का नारा राजनीतिक पार्टियों से लगवाना,मेनका जी के खिलाफ़ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाना आखिर कौन है इस सब के पीछे जो राजनीतिक शन्यन्त्र कर के मेनका गांधी जी को बदनाम करने की साजिश रच रहा है ये जानना और समझना बहुत जरूरी हैं और कई सवाल खड़े करता है

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