Coronavirus : क्या वैक्सीन लगने के बाद नहीं होगा कोरोना का संक्रमण?
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि वैक्सीन आखिर कितनी प्रभावशाली होगी। क्या वैक्सीन हमेशा के लिए कोरोना वायरस से शरीर को सुरक्षित रखेगी? इस सवाल का जवाब तो वैक्सीन आने के बाद ही मिल पाएगा.
लेकिन उससे पहले तेलंगाना से आई एक रिपोर्ट ने सबकी चिंताएं बढ़ा दी हैं। तेलंगाना सरकार का कहना है कि मंगलवार को राज्य में कोरोना के दो ऐसे मरीज मिले हैं, जो दोबारा वायरस से संक्रमित हुए हैं। पहली बार वो इलाज के बाद कोरोना के संक्रमण से ठीक हो गए थे। ऐसे में एक सवाल ये भी उठता है कि क्या वैक्सीन लगने के बाद कोरोना का संक्रमण नहीं होगा?
- हांगकांग में एक युवक के कोरोना से दोबारा संक्रमित होने का मामला सामने आया है।
- हालांकि दावा किया जा रहा है कि यह दोबारा संक्रमण का यह दुनिया का पहला मामला है।
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवक को साढ़े चार महीने बाद दोबारा संक्रमण हुआ है।
पहले यह दावा किया जा रहा था कि कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होने के बाद मरीज में वायरस के खिलाफ पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडीज विकसित हो जाती हैं, लेकिन हांगकांग के युवक में तो साढ़े चार महीने बाद ही इम्यूनिटी खत्म हो गई। हांगकांग यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट केल्विन कायवेंग के मुताबिक, शोध से यह बात साबित होती है कि कोरोना का संक्रमण होने के बाद शरीर में बनी इम्यूनिटी हमेशा के लिए नहीं रहती यानी वो दोबारा संक्रमण होने से नहीं बचा सकती।
Coronavirus : क्या वैक्सीन लगने के बाद नहीं होगा कोरोना का संक्रमण?
बना रहता है दोबारा संक्रमण का खतरा’:-
- तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री इतेला राजेंदर के मुताबिक, कोई व्यक्ति अगर कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुका है.
- तो उसके दोबारा संक्रमित नहीं होने की कोई गारंटी नहीं है।
- पहली बार संक्रमण के बाद जिन लोगों में पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडीज विकसित नहीं हो पाती हैं.
- उनके फिर से संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है।
क्या वैक्सीन हमेशा बचाएगी कोरोना से?
- विशेषज्ञों के मुताबिक, जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है और उसके प्रभाव का आकलन नहीं कर लिया जाता है.
- तब तक ये कहना मुश्किल है कि वो हमेशा ही कोरोना के संक्रमण से बचाएगी।
- हालांकि रूस की वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’ को लेकर उसे बनाने वाले वैज्ञानिकों ने दावा किया था.
- कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ दो साल तक शरीर को सुरक्षा प्रदान करेगी.
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :