बीईओ परीक्षा – छूटे अभ्यर्थियों के लिए दोबारा परीक्षा कराने की मांग…
BEO Examination :- लखनऊ. एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने कल हुए बीईओ (खंड शिक्षा अधिकारी) प्रवेश परीक्षा में छूटे अभ्यर्थियों के लिए दुबारा परीक्षा कराये जाने की मांग की है।
BEO Examination :-
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा यूपी लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रभात कुमार को भेजे अपने पत्र में नूतन ने कहा कि आयोग के अनुसार 5,28,314 अभ्यर्थियों में 2,33,393 यानी 44.18: अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए.
जाहिर है शेष अभ्यर्थी मात्र कोरोना के कारण उत्पन्न स्थितियों, आवागमन के साधनों के अभाव, सामान्य भय आदि के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सके.
अन्यथा कोई कारण नहीं था कि जो अभ्यर्थी वर्षों से परीक्षा की तैयारी कर रहे हों वे इतनी बड़ी संख्या में परीक्षा में सम्मिलित नहीं होते।
छूटे हुए अभ्यर्थियों के लिए दुबारा परीक्षा कराये जाने की मांग
नूतन ने कहा कि यदि इन अभ्यर्थियों को परीक्षा में बैठने का अवसर नहीं दिया जाता है तो यह उनके साथ अन्याय होगा। अत: उन्होंने छूटे हुए अभ्यर्थियों के लिए दुबारा परीक्षा कराये जाने की मांग की है।
आधे से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी
रविवार को आयोजित खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ)-2019 की प्रारंभिक परीक्षा पर भी दिखा। अभ्यर्थियों की उपस्थिति काफी कम रही। आधे से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। बीईओ के 309 पदों के लिए पांच लाख 28 हजार 314 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे और इनमें से दो लाख 33 हजार 393 यानी 44.18 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।
परीक्षा के लिए प्रदेश के 18 जनपदों में 1127 केंद्र बनाए गए थे।
- परीक्षा दोपहर 12 से दो बजे की पाली में आयोजित की गई।
- ज्यादातर अभ्यर्थियों के सेंटर दूसरे जिलों में थे।
- हालांकि, इस परीक्षा के कारण रविवार को लॉकडाउन में तमाम तरह की छूट दी गई थी,
- ताकि परीक्षार्थियों को दिक्कत न हो।
- इसके बावजूद परीक्षार्थियों की उपस्थिति संतोषजनक नहीं रही।
अभ्यर्थियों ने दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया
- परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों के लिए मास्क पहनकर आना अनिवार्य था।
- उन्हें अपने साथ हैंड सैनिटाइजर और पीने के पानी की बोतल भी रखने को कहा गया था।
- अभ्यर्थियों ने दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया।
- परीक्षा केंद्रों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।
- नकल न हो, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए थे।
- अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए निजी वाहन बुक करा रखे थे।
- बहुत से अभ्यर्थी कोरोना के कारण बस या ट्रेन से सफर करने को तैयार नहीं थे,
- जो निजी वाहन से आने में समक्ष नहीं थे, उनमें से कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
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