ऐसी महिलाओं में होता हैं कोरोना वायरस का सबसे अधिक खतरा, पैरों में थक्का बनने से होती हैं शुरुआत
Such women have the highest risk of corona virus a clot starts in the feet.:- चाइनीज़ सेंटर्स ऑफ़ डिज़ीज़ कंट्रोल ने इस पर अध्ययन किया है.
- और जो भी जानकारी मिली है वो इसी अध्ययन से है.
- कोरोना वायरस से संक्रमित जिन 44 हज़ार लोगों पर ये अध्ययन किया गया।
- उनमें से 2.8 प्रतिशत पुरुषों की और 1.7 प्रतिशत महिलाओं की मौत हुई है.
- उम्र की बात करें तो जहां वायरस से संक्रमित 0.2 प्रतिशत बच्चे और किशोरों की मौत हुई है वहीं 80 साल से ज़्यादा उम्र के 15 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है.
- उन्होंने कहा कि अगर ये महिलाएं कोरोना संक्रमण की चपेट में आती है।
- तो इनमें खून का थक्का जमने का खतरा अधिक है।
डॉ. स्प्रैट के अनुसार गर्भनिरोधक गोलियों में एस्ट्रोजन होता है। - जिससे रक्त वाहिका सिकुड़ सकती है।
- संक्रमण की चपेट में आने पर खून का थक्का बनने से तकलीफ दोगुनी हो सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान खून का थक्का बनने की संभावना चार से पांच गुना अधिक होती है।
- पैरों में थक्का बनने से हो सकती है शुरुआत
डॉ. स्प्रैट के अनुसार कोरोना मरीजों में खून का थक्का बनने के मामले सामने आ रहे हैं। - एस्ट्रोजन की मौजूदगी से नसों की गहराई तक जानलेवा खून का थक्का बन सकता है।
- खून का थक्का बनने की शुरुआत पैरों से होती है।
फिर ये धीरे-धीरे हृदय तक पहुंचता है जिस कारण हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। - ऐसे में महामारी के समय महिलाओं को गैर जरूरी दवाओं के इस्तेमाल से बचना होगा नहीं उनकी जान मुश्किल में पड़ सकती है।
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