कानपुर – विकास दुबे मामले में बड़ा खुलासा, अमेरिकी सेना की कारतूसों से किया था हमला, अब उठ रहें ये सवाल…
कानपुर - विकास दुबे मामले में बड़ा खुलासा, अमेरिकी सेना की कारतूसों से किया था हमला, अब उठ रहें ये सवाल...
Vikas Dubey case US Army attacked cartridges Kanpur:- कानपुर. गैंगस्टर विकास दुबे मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
Vikas Dubey case US Army attacked cartridges Kanpur:-
बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने 2 जुलाई की रात को पुलिस पर हमला करने के लिए जिन कारतूस का इस्तेमाल किया था,
वे अमेरिका की हैं। इन कारतूसों को पुलिस ने मौके से बरामद किया था। जिसके बाद इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।
कानपुर – विकास दुबे मामले में बहुत बड़ा खुलासा
- अमेरिकी सेना के कारतूस से किया था हमला
- फॉरेंसिक टीम ने किया बहुत बड़ा खुलासा
- 30-06 विंचेस्टर कारतूस से किया था हमला
- अमेरिकी सेना ही करती है कारतूसों का उपयोग
- 1970 में अमेरिकन सेना करती थी उपयोग
फॉरेंसिक जांच में पाया गया कि ये कारतूस अमेरिकी सेना एक समय पर इस्तेमाल किया करती थी।
फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट के बाद अब ये सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर विकास दुबे तक ये कारतूस कैसे पहुंची।
दरअसल ये कारतूस भारत में प्रयोग नहीं किए जाते हैं और ये अमेरिकन सेना का हथियार रहा है।
ऐसे में पुलिस अब ये जांच करने में लगी हुई है कि इतने खतरनाक कारतूस विकास के पास कहां से आया।
30-06 विंचेस्टर कारतूस का इतिहास बेहद ही पुराना है और कहा जाता है कि अमेरिकी सेना ने वर्ष 1906 में इस कारतूस को बनाया था।
वर्ष 1970 तक अमेरिकन सेना इसका प्रयोग किया करती थी
वर्ष 1970 तक अमेरिकन सेना इसका प्रयोग किया करती थी।
अभी भी अमेरिकी और नाटो की सेनाएं इसके उच्चीकृत कारतूस का प्रयोग करती हैं।
30-06 विंचेस्टर कारतूस का इस्तेमाल स्प्रिंग फील्ड राइफल, इनफील्ड राइफल, सेमी ऑटोमेटिक एम-1 ग्रारनेड राइफल, सेमी आटोमेटिक जानसन राइफल, फैमेज माउजर और विभिन्न प्रकार की मशीनगन में किया जाता है।
वहीं 2 जुलाई की रात को जब विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी मिली थी।
उसने कई सारे हथियारों को जमा कर लिया था।
वहीं पुलिस के आते ही उनपर फायरिंग की गई थी।
विकास की और से 30-06 विंचेस्टर कारतूस का प्रयोग
विकास की और से फायरिंग के दौरान 30-06 विंचेस्टर कारतूस का प्रयोग किया गया था।
इस दौरान 8 पुलिसवाले शहीद हो गए थे।
अगले दिन फॉरेंसिक टीम और पुलिस को बिकरू गांव से 72 जिंदा और खाली कारतूस मिले थे।
जिसमें से एक जिंदा कारतूस और दस खाली खोखे 30-06 विंचेस्टर कारतूस के थे।
हैरानी की बात ये है कि भारत में ना ही सेना, ना ही पुलिस इन कारतूस का इस्तेमाल करती है।
ऐसे में ये कारतूस विकास ने कहां से हासिल किए थे? ये एक गुत्थी बन गई है।
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