एमयू के इस्लामिक स्टडीज विभाग में अब सनातन धर्म की शिक्षा भी छात्र छात्राओं को दी जाएगी

हिंदू मुस्लिम एकता कायम करने के लिए डिपार्टमेंट के चेयरमैन द्वारा यह निर्णय लिया गया है, जल्द ही अब एएमयू के इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट में सनातन धर्म के बारे में भी छात्र छात्राओं को पढ़ाया जाएगा।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इस्लामिक स्टडीज विभाग में अब सनातन धर्म की शिक्षा भी ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के छात्रों को दी जाएगी।इस्लामिक स्टडी विभाग के चेयरमैन प्रोफेसर मोहम्मद इस्माइल ने वाइस चांसलर को लिखा पत्र, पत्र में कहा है कि इस्लामिक स्टडी विभाग में एक नया कोर्स शुरू किया जा रहा है जिसका नाम कंपैरेटिव रिलीजन है जिसमें अब यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं को सनातन धर्म भी पढ़ाया जाएगा। आपको बता दें 2 दिन पहले ही इस्लामिक स्टडीज विभाग से यूनिवर्सिटी ने मौलाना मोदुदी की किताबों को कोर्स से हटा दिया गया था, और अब सनातन धर्म को यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट छात्रों को पढ़ाया जाएगा।

हिंदू मुस्लिम एकता कायम रखने के लिए लिया गया यह निर्णय

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा ने जानकारी देते हुए बताया है कि एएमयू के टीलॉजी डिपार्टमेंट में पिछले 50 वर्ष से सभी वर्ग के धर्मों के बारे में पढ़ाया जाता है, अब उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इस्लामिक स्टडीज विभाग में भी सनातन धर्म के बारे में पोस्ट ग्रेजुएट छात्र छात्राओं को पढ़ाया जाएगा, आगे उन्होंने कहा है कि एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की ख्वाहिश थी कि सभी धर्म के छात्र छात्राओं को एएमयू में तालीम हासिल हो, इन तमाम बातों को देखते हुए और हिंदू मुस्लिम एकता कायम करने के लिए डिपार्टमेंट के चेयरमैन द्वारा यह निर्णय लिया गया है, जल्द ही अब एएमयू के इस्लामिक स्टडी डिपार्टमेंट में सनातन धर्म के बारे में भी छात्र छात्राओं को पढ़ाया जाएगा।

विदेशी छात्र छात्राओं को भी अब सनातन धर्म पढ़ना पड़ेगा

22 दिसंबर 2020 को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएमयू को मिली इंडिया बताया था, इस दौरान एएमयू के प्रोफेसरो ने प्रधानमंत्री की जमकर तारीफ की थी, आपको बता दें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भारी तादाद में विदेशी छात्र छात्राएं पढ़ते हैं, यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे विदेशी छात्र छात्राओं को भी अब सनातन धर्म पढ़ना पड़ेगा।एएमयू से पीएचडी की छात्रा कहकशा खान ने कहा है कि मुझे अभी अभी जानकारी मिली है कि इस्लामिक स्टडीज विभाग के चेयरमैन द्वारा सनातन धर्म को पढ़ाए जाने के संबंध में पत्र बीसी को लिखा है.

एएमयू का यह ऐतिहासिक कदम है

एएमयू में पहले से ही सभी धर्मों के बारे में पढ़ाया जाता है, मैंने खुद सभी धर्मों की पढ़ाई की है, इस्लामिक स्टडीज विभाग के चेयरमैन पत्र लिखने के बाद क्या नया विवाद खड़ा करना चाह रहे हैं.आगे छात्रा ने कहा है कि चेयरमैन को इस बारे में जानकारी नहीं है कि एएमयू में सभी धर्म के छात्र छात्राओं को सभी भाषाओं में पढ़ाया जाता है।वही हिंदूवादी छात्र नेताओं का कहना है कि एएमयू का यह ऐतिहासिक कदम है, जिससे कि देश व अन्य देश के छात्र-छात्राओं को भी सनातन धर्म के बारे में जानकारी मिलेगी, हम लोग यह न्यू वाइस चांसलर का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं साथ ही उन चेयरमैन का भी जिन्होंने यह निर्णय लिया है।

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