President Election: द्रौपदी मुर्मू के हाथ देश का कमान !

देश के इस पद पर एक आदिवासी महिला आसीन होगी और देश की प्रथम नागरिक बनेगी मुर्मू के संघर्ष और बीजेपी के मास्टर प्लान का ये नतीजा होगा।

 

बीजेपी को इस सीट पर निराशा ही हाथ लगती

क्योंकि बीजेपी ने आदिवासी महिला को इस मुकाम पर पहुंचा कर ये संदेश दे देंगे की बीजेपी के लिए कार्यकर्ता सर्वोपरी है और उसके लिए वो किसी भी कार्यकर्ता को इतने बढ़े पद पर आसीन कर सकती हैं. तो दूसरी तरफ 2024 की तैयारी –क्योंकि 24 में लोकसभा चुनाव होना है और सभी दल तैयारी कर रहे हैं ऐसे में दलित,आदिवासी वोट बैंक में बीजेपी की सेंधमारी सभी को चारों खाने चित्त कर देंगी अभी तक दो प्रतिशत वोट की दरकार थी एनडीए प्रत्याशी मुर्मू को एनडीए भले ही सत्ता में काबिज थी लेकिन उसे जीत के लिए दो प्रतिशत और वोट बैंक की जरुरत थी अगर दो प्रतिशत वोट बैंक नहीं होता तो शायद बीजेपी को इस सीट पर निराशा ही हाथ लगती लेकिन जिस तरह से विरोधी दलों का मुर्मू ने दिल जीता उससे उनकी मेहनत और आदिवासी महिला होने का फायदा मिला है।

मुर्मू के पाले में आए विरोधी

यानि कही ना कही आप कह सकते हैं देश का 15वां राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ही होंगी हालांकि मतगणना की काउंटिक 21 जुलाई को होगी लेकिन जिस तरह से मुर्मू के पाले में विरोधी आए है उससे उनकी जीत तय मानी जा रही हैं, राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग सोमवार सुबह 10 बजे शुरू हो गई है राज्यों के विधानसभा और संसद भवन में मतदान हो रहा है इसमें विधायक और लोकसभा-राज्यसभा के उम्मीदवार मतदान कर रहे हैं. संसद भवन में प्रथम तल पर कमरा नं- 63 में वोटिंग चल रही है. वोटिंग 10 बजे से 5 बजे तक बैलेट पेपर से हो रहा है. सांसदों को बैलट पेपर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम के आगे अपनी वरीयता दर्ज करनी होगी.

द्रोपती मुर्मू का पड़ला भारी

अब आपको बताते हैं आखिर क्यों द्रोपती मुर्मू का पड़ला भारी है।एनडीए प्रत्याशी मुर्मू के पास छोटी-बड़ी कुल 27 पार्टियों का समर्थन है. उनके समर्थन में वे गैर-एनडीए दल भी आ गए हैं, जिन्हें यशवंत सिन्हा का समर्थक माना जा रहा था. सपा के सहयोगी दल सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के अलावा बीजेपी, निषाद पार्टी और अपना दल (एस), बसपा और राजा भैया की पार्टी मुर्मू को समर्थन दे रहे हैं. शिवपाल सिंह यादव भी मुर्मू के पक्ष में वोट करेंगे. इसके अलावा एनडीए उम्मीदवार को जेडीयू, एलजेपी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ अठावले, एनपीपी, एनपीएफ, एमएनएफ, एनडीपीपी, एसकेएम, एजीपी, पीएमके, एआईएनआर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी, एआईएडीएमके, आईपीएफटी, यूपीपीएल, बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, टीडीपी, जनता दल (एस), शिरोमणि अकाली दल, जेएमएम, यूडीपी और शिवसेना का समर्थन भी मिल गया है.

मूल्य से ज्यादा वोट मिलने की संभावना

उनके समर्थन में जिस तरह से विपक्षी दलों खड़े हुए हैं, उसे देखते हुए 6.65 लाख मूल्य से ज्यादा के वोट मिलने की संभावना है.फाइनल कहते है की संघर्ष कभी बेका नहीं जाता है आज वहीं आज सच साबित हो रहा है एक महिला जो फर्श से उठकर आज अर्श तक पहुंच रही है उसके संघर्षों की देन है,आज अगर राष्ट्रपति चुनाव के जंग में मुर्मू ताल ठोक रही है तो इसके कई कहानियां और कई किस्से हैं जो उनको आज इस मुकाम पर पहुंचाया है. मूर्मू के हौंसले को और उनके जज्बे को पूरा देश सलाम करता है ।

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