सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण

महोबा में सरकारी आरक्षित जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर कोई कार्यवाही ना होने से नाराज ग्रामीण गांव के प्रधान के नेतृत्व में तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए हैं

महोबा में सरकारी आरक्षित जमीन पर भू-माफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर कोई कार्यवाही ना होने से नाराज ग्रामीण गांव के प्रधान के नेतृत्व में तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए हैं और अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाए जाने की मांग के साथ-साथ मामले में लापरवाही कर रहे एसडीएम,तहसीलदार, लेखपाल और कानूनगो को बर्खास्त किए जाने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं। यहीं नही धरने पर बैठे सभी ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और चेतावनी दी कि यदि अवैध कब्जे पर बुलडोजर नहीं चलाया गया तो ग्रामीणों का धरना आमरण अनशन में तब्दील कर दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में भू-माफियाओं द्वारा किये गए अवैध कब्जों पर सीएम योगी का बुल्डोजर चल रहा है। मगर महोबा में सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को हटाने में प्रशासन नाकाम है। जिसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है और ग्रामीण तहसील परिसर पर धरने में बैठ गए है। ग्रामीण आरक्षित भूमि पर हुए अवैध कब्जे पर बुल्डोजर चलाये जाने और आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग कर रहे है।पूरा मामला जनपद के सदर तहसील क्षेत्र में आने वाले बिलरही गांव का है।

गांव का प्रधान भैयालाल विश्वकर्मा के नेतृत्व में पहुंचे दर्जनों ग्रामीण तहसील परिसर पर धरने पर बैठ गए हैं। हाथों में तख्ती लेकर प्रदर्शन कर रहे यह सभी ग्रामीण सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को हटवाने और उस पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं। यहीं नही पूरे मामले में लापरवाही बरतने पर एसडीएम,तहसीलदार, लेखपाल और कानूनगो को बर्खास्त किए जाने की भी मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि गांव की आरक्षित सरकारी जमीन को पूर्व प्रधान के पति द्वारा साजिश रचते हुए एक व्यक्ति को बेंच दी गई और अवैध कब्जा करा दिया गया।

पिछले 10 माह से इस मामले को लेकर ग्रामीण और वर्तमान प्रधान अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे को नहीं हटाया गया।

भू माफियाओं द्वारा खुलेआम सरकार की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण किया गया और इस मामले में आरोपियों पर कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई। सभी बताते हैं कि शिकायत के आधार पर 5 लोगों के खिलाफ धारा 420 के तहत मुकदमा जरूर लिखा गया है मगर अभी तक किसी भी व्यक्ति की कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।

उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाकर कार्यवाही करा रहे हैं मगर महोबा का प्रशासन तो सरकारी जमीन को ही नहीं बचा पा रहा। जमीन पर हुए अवैध कब्जे को अभी तक बुल्डोजर से नहीं हटाया गया जिससे ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। यहीं वजह की ग्रामीणों ने तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया है।

उनका कहना है कि इस मामले में जल्द से जल्द अवैध कब्जे पर बुलडोजर नहीं चला गया और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो फिर यह धरना आमरण अनशन में बदल दिया जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अवैध कब्जे के लिए तहसील प्रशासन के लोगों को जिम्मेदार है बताते हुए एसडीएम, तहसीलदार लेखपाल, और कानूनगो को भी बर्खास्त करने की मांग ग्रामीणों ने की है।

इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार बताते हैं कि पूर्व में इस बाबत शिकायत मिली थी। हो रहे अवैध निर्माण कार्य को रुकवाया गया था। लेकिन इस मामले में सिविल कोर्ट से स्टे होने के कारण कोई कार्यवाही हो पाई। जैसे ही स्टे हटेगा तुरंत अवैध निर्माण में बुल्डोजर चलाया जाएगा।

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