सुल्तानपुर में पहली बार खिला कमल MLC निर्वाचित हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह

पांचवीं बार एमएलसी (MLC ) निर्वाचित हुए हैं। इस बार के चुनाव में उन्होंने गायत्री प्रजापति की पुत्रवधू शिल्पा प्रजापति को चुनाव में हराया है।

यूपी के विधानपरिषद चुनाव में बीजेपी ने अधिकतर सीटों पर जीत हासिल की है। वही हम बात मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर की करे तो यहां पहली बार बीजेपी के प्रत्याशी ने जीत दर्ज कर यहां कमल खिलाने का काम किया है। यहां से बीजेपी के प्रत्याशी शैलेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा जीत दर्ज की गई हैं। शैलेंद्र प्रताप सिंह पांचवीं बार एमएलसी (MLC ) निर्वाचित हुए हैं। इस बार के चुनाव में उन्होंने गायत्री प्रजापति की पुत्रवधू शिल्पा प्रजापति को चुनाव में हराया है। शैलेंद्र प्रताप सिंह ने शिल्पा प्रजापति को 1362 मतों से मात दी है।

जनवरी में ही बीजेपी में शामिल हुए थे शैलेंद्र प्रताप सिंह

शैलेंद्र प्रताप सिंह ने यहां जीत दर्ज कर कमल खिला दिया है। आपको बता दें कि बीजेपी प्रत्याशी शैलेंद्र प्रताप सिंह 1990 में जनता दल (जनमोर्चा) से विधान परिषद सदस्य चुने गए थे । इसके बाद वह वर्ष 1996 और 2003 में भी विधान परिषद के सदस्य चुने गए। हालांकि इस बीच उन्होंने प्रतापगढ़ में कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह के संपर्क में होने के कारण दलबदल किया और सपा की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद साल 2004 में सपा ने उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी भी बनाया। लेकिन उस चुनाव में शैलेंद्र प्रताप सिंह को बसपा प्रत्याशी मोहम्मद ताहिर खां से हार का सामना करना पड़ा था।

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वर्ष 2010 में उन्होंने फिर से विधान परिषद का चुनाव लड़ा लेकिन बसपा की लहर में उन्हें फिर से हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में उन्हें अशोक सिंह ने शिकस्त दी थी। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और 2016 के चुनाव में शैलेंद्र प्रताप सिंह ने फिर से विधान परिषद का चुनाव लड़ा। 2016 के चुनाव में शैलेंद्र प्रताप सिंह की ओऱ से जीत का परचम लहराया गया। 2022 के चुनाव से पहले वह 16 जनवरी 2022 को सपा से किनारा कर बीजेपी में शामिल हो गए। कहा गया कि उन्होंने पार्टी त्यागा ही एमएलसी (MLC) का पद बचाने के लिए था। जब 2022 का परिणाम आया तो शैलेंद्र प्रताप सिंह न सिर्फ अपना पद बचाने में कामयाब रहे बल्कि उन्होंने यह सीट भी जीतकर बीजेपी की झोली में डाल दी।

 

 

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