KGMU में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बना लोगों के लिए मुसीबत, मरीजों के इलाज पर संकट
कोरोना के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे है। 30 से कम सक्रिय मरीज बच गए। इसके बावजूद केजीएमयू में कोविड को लेकर प्रतिबंध जारी है
कोरोना के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे है। 30 से कम सक्रिय मरीज बच गए। इसके बावजूद केजीएमयू में कोविड को लेकर प्रतिबंध जारी है। सबसे ज्यादा परेशानी ओपीडी के मरीजों को हो रही है।ओपीडी में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही मरीजों को देखा जा रहा है। ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण सुविधा पूरी तरह से नहीं खोली गई है। इसका खामियाजा गरीब और दूर-दूर से आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
सामान्य दिनों में केजीएमयू की ओपीडी में रोजाना आठ से 10 हजार मरीज आते थे। कोविड के बाद मौके पर ही पंजीकरण रोक दिया गया। विभागों में मरीजों की संख्या पर भी रोक लगा दी गई है. इसलिए फिलहाल मुश्किल से 2500 से 3000 मरीज ही ओपीडी में आ रहे हैं
बिना इलाज के लौट रहे मरीज
केजीएमयू में ओपीडी में प्रदेश भर से मरीज आ रहे हैं। मरीजों को समय पर अप्वाइंटमेंट नहीं मिल पाता है। डॉक्टर की सलाह के लिए मरीज भटक रहे हैं। अलीगढ़ निवासी सलीम खान को खून संबंधी बीमारी है। शनिवार को वह शो में आए थे। मौके पर रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण वह डॉक्टर की सलाह नहीं ले सके। फैजाबाद के राजन कुमार को ईएनटी की समस्या है। मौके पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका। बिहार के हरीश कुमार, आनंद कुमार ने शनिवार को कार्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया.
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