यूपी :भूमि विवाद को लेकर खूनी संघर्ष पूर्व ग्राम प्रधान समेत परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या
पीड़ित के घर में घुसकर महिला पुरुष और बच्चों के ऊपर लाठी-डंडे तथा धारदार हथियार से हमला किया। जो भी मिलता गया सभी को दबंगों के द्वारा मार गिराया गया।
अमेठी : कहा जाता है कि जर जोरू और जमीन यही विवाद के तीन प्रमुख कारण होते हैं। इसी में से एक कारण जमीन बनी जिसके चलते 15 मार्च दिन मंगलवार की देर शाम अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत राजापुर मजरे गुंगुवाछ के रहने वाले पूर्व प्रधान संकठा प्रसाद के घर के बगल खाली सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे इसी गांव के ही राम दुलारे बृजेश और अखिलेश सहित लाठी डंडे एवं धारदार हथियार से लैश बाहर से आए लगभग दो दर्जन लोगों ने मिलकर पीड़ित परिवार के घर पर हमला बोल दिया। इन दबंगों ने पीड़ित के घर में घुसकर महिला पुरुष और बच्चों के ऊपर लाठी-डंडे तथा धारदार हथियार से हमला किया। जो भी मिलता गया सभी को दबंगों के द्वारा मार गिराया गया।
ऐसे में एक ही पक्ष के आधा दर्जन से अधिक लोग लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े तभी दबंग धमकी देते हुए मौके से भाग निकले। मौके पर एकत्रित हुए ग्रामीणों ने आनन-फानन में सभी घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी भेजा। जहां पर पहुंचते ही गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि अन्य को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में भी इलाज के दौरान उसी परिवार के तीन अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। जबकि 12 वर्ष का एक बच्चा सहित दो लोगों को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया है। इस प्रकार इस हमले में गंभीर रूप से घायल संकट्ठा यादव 61 वर्ष, हनुमान यादव 40 वर्ष, अमरेश यादव 32 वर्ष और पार्वती यादव 59 वर्ष सहित एक ही परिवार के कुल 04 व्यक्तियों की मौत हो गई।
मरने वालों में पूर्व ग्राम प्रधान और उनकी पत्नी तथा बेटा शामिल है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की फोर्स सहित भारी संख्या में पीएसी तैनात कर दी गई है। मौके पर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी अमेठी राकेश कुमार मिश्र, प्रभारी पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने पहुंचकर मौका मुवायना किया। वहीं पर देर रात 1:00 बजे आई जी रेंज अयोध्या के पी सिंह ने भी मौका ए वारदात पर पहुंचकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पीड़ित पक्ष की माने तो जब पीड़ित पक्ष पुलिस के पास जाता था तो पुलिस उसकी एक नहीं सुनती थी बल्कि उसी को डांट कर भगा देती थी और उसी के खिलाफ कार्यवाही भी कर देती थी जिसके कारण दबंगों के हौसले बढे हुए थे।
वहीं अस्पताल में मौजूद पीड़ित पक्ष की महिला गायत्री ने बताया की मेरे घर के सामने बंजर जमीन है मेरा घर पहले से बना हुआ है वह लोग अपना घर बना रहे थे और हम लोगों के बीच में हुआ था कि आधा-आधा दोनों लोग ले लेंगे। मेरा घर 10 वर्ष पहले बना हुआ था जबकि वह अभी बना रहे हैं और मेरे घर तक कब्जा करते चले आ रहे हैं जिस पर मेरे घर वालों ने मना किया जिस पर उन लोगों ने मार कर गिरा दिया मारने वालों में अखिलेश, राम दुलारे, बृजेश एवं वर्तमान प्रधान आशा तिवारी का पुत्र नितिन तिवारी शामिल है। मामला पुलिस के पास गया था पुलिस ने रोक दिया था और काम रुका हुआ था लेकिन बाद में इन लोगों ने पुलिस को घूंस देकर बनवाना शुरू कर दिया जिसके कारण आज यह घटना हुई है। मारने वालों की संख्या 20 से 25 थी इन लोगों ने बाहर से गुंडों को मारने के लिए बुला रखा था।
रिपोर्ट-हंसराज सिंह अमेठी
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