वैशाली ने यूक्रेन से या फिर हरदोई से ही बनाई वीडियो, जाने पूरी सच्चाई

सोशल मीडिया पर रूस-यूक्रेन युद्ध की चर्चा जोरों पर है। जंग से जुड़े कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं

सोशल मीडिया पर रूस-यूक्रेन युद्ध की चर्चा जोरों पर है। जंग से जुड़े कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की वैशाली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था.. वीडियो में वैशाली भारत सरकार से उन्हें यूक्रेन से निकालने की गुहार लगा रही थी.पहले आप ये वीडियो देखिये

वीडियो वैशाली

इस वीडियो के लोगों तक पहुंचने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वैशाली यादव नाम की इस लड़की ने यूपी में वीडियो बनाकर, सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए ये झूठ बोला कि वो विदेश में फंसी हुई है. मैसेज में वैशाली को हरदोई के एक ग्राम प्रधान की बेटी बताया गया. आरोप लगाया गया कि सपा नेता और प्रधान ने सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए अपनी बेटी के यूक्रेन में फंसे होने का झूठ बुलवाया.

कई ट्विटर हैंडल ने ट्विटर पर उसका वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि वैशाली यूक्रेन में एक छात्र होने का “नाटक” कर रही थी, लेकिन वास्तव में भारत में है। दावों से पता चलता है कि उसे यूपी पुलिस ने हरदोई से हिरासत में लिया था और उसने अपने पिता महेंद्र यादव,जो की समाजवादी पार्टी के नेता है उनके कहने पर वीडियो बनाया है

ट्वीट करने वालों में कई वेरिफाइड एकाउंट्स भी थे जिसमे भाजपा नेता नीतू सिंह, नवीन कुमार जिंदल, सुनील यादव, डॉ ऋचा राजपूत, अनिल कुमार और अन्य कई सारे एकाउंट्स.लेकिन इन दावों के उलट सच्चाई कुछ और ही है .. जांच पड़ताल करने के बाद पता चला की ये सच है कि वैशाली ग्राम प्रधान हैं, उनके पिता सपा नेता हैं और ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं. लेकिन, वैशाली ग्राम प्रधान रहते हुए ही वो यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई कर रही हैं. अभी वैशाली की घर वापसी नहीं हुई है और वो रोमानिया के एक सेंटर में फ्लाइट का इंतजार कर रही हैं.

वहीं मामले पर खुद वैशाली यादव ने रोमानिया से वीडियो बनाकर सफाई दी है. वैशाली का कहना है , मैंने कुछ दिन पहले एक वीडियो बनाया था जिसमें मैंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. लेकिन उस वीडियो को भारत में गलत तरीके से फैलाया जा रहा है.आप ये वीडियो देखिये

वीडियो वैशाली

मामले पर हरदोई के एसपी राजेश द्विवेदी ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने हरदोई पुलिस की कार्रवाई वाली खबर को बेबुनियाद बताया. कहा, और कहा “जिस लड़की (वैशाली यादव) की बात हो रही है वो इस समय रोमानिया में है और उसके द्वारा मदद के लिए वीडियो जारी किया गया था. पुलिस द्वारा इस संबंध में एक्शन लिए जाने वाली बात सही नहीं है.”

 

एसपी राजेश द्विवेदी, हरदोई

आपको बता दें की जिस वीडियो को ट्वीट कर जूठे दावे किए जा रहे थे वो 24 फेब का था. जिसपर कई मीडिया संस्थानों ने भी प्रमुखता से वही खबर चलाई थी।

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