बड़ी हो छोटी कार के लिए क्यो जरूरी है एयरबैग, कैसे काम करता है जानिए

कार बनने पर सबसे ज्यादा कंपनी सेफ्टी पर ज्यादा ध्यान देती है कार में बैठने वालों की सुरक्षा कार में दिये जाने वाले सेफ्टी फीचर्स पर निर्भर करती है

कार बनने पर सबसे ज्यादा कंपनी सेफ्टी पर ज्यादा ध्यान देती है कार में बैठने वालों की सुरक्षा कार में दिये जाने वाले सेफ्टी फीचर्स पर निर्भर करती है। यही वजह है कि कार कंपनियां आजकल अपनी कारों में सेफ्टी फीचर्स पर बहुत ज्यादा ध्यान देती है। इन सभी फीचर्स में एयरबैग पर आजकल सभई कंपनियां बहुत ज्यादा फोकस करती है आलम ये है कि कार में अब सुरक्षा पुख्ता करने के लिए कंपनियां सिर्फ ड्राइवर नहीं बल्कि उसमें बैठने वाले हर शख्स के लिए एय़रबैग फैसिलिटी देती है।

जाने कैसें काम करता है एयरबैग-

कार में एयरबैग कॉटन से बना होता है और इस पर सिलिकॉन की कोटिंग की जाती है। एक्सीडेंट होने के टाइम पर जब यह फूलता है तो इसमें नाइट्रोजन गैस भर जाती है। एक्सीडेंट के टाइम पर कार किसी चीज से टकराता है तो टकराते ही कार का एक्सिलेरोमीटर सर्किट सक्रिय हो जाता है और सर्किट एक इलेक्ट्रिकल करेंट भेजता है जिससे आगे लगा सेंसर एयरबैग को सिग्नल देता है और एक सेकंड से भी कम समय (लगभग 1/20 सेकंड) में लगभग 320 किमी/घंटा की रफ़्तार से बंद एयरबैग फूलता है।

Related Articles

Back to top button