रुदौली विधासभा सीट : सपा और भाजपा के बीच देखने को मिलती है बड़ी लड़ाई, वर्तमान में भजपा का कब्जा
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की रुदौली विधानसभा सीट की गिनती उन सीटों में होती है जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं.
रुदौली विधासभा सीट: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की रुदौली विधानसभा सीट की गिनती उन सीटों में होती है जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं, लेकिन पिछले दो लगातार चुनाव से बीजेपी के रामचंद्र यादव कमल खिलाने में सफल हुए हैं. रामचंद्र यादव पिछले दो लगातार विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव के तहत इस सीट पर 27 फरवरी को वोट डाले जाने हैं। इसके लिए राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है।
बीजेपी ने इस सीट के लिए एक बार फिर रामचंद्र पर दांव लगाया है और उन्हें तीसरी बार टिकट दिया है. उधर, कांग्रेस ने इस सीट से बंसत चौधरी को अपना चेहरा बनाया है, लेकिन इस सीट के राजनीतिक समीकरण के चलते इस बार भी असदुद्दीन ओवैसी की नजर इस सीट पर है.
ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और एआईएमआईएम ने शेर अफगान को टिकट दिया है। वहीं, सपा और बसपा के उम्मीदवारों की घोषणा अभी नहीं की गई है।
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रामचंद्र यादव सपा से विधानसभा पहुंचे थे-
वर्तमान में भाजपा विधायक रामचंद्र यादव सपा के टिकट पर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे। वे पहली बार 1998 के उपचुनाव में मिलिकीपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे। हालांकि, वह 2012 में भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा के टिकट पर रुदौली विधानसभा पहुंचे।
इस सीट पर सपा और भाजपा के बीच मुकाबला है-
उत्तर प्रदेश की रुदौली विधानसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और भाजपा के बीच मुकाबला है। इस सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो 1977 और 1980 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर जेएनपी के प्रदीप यादव विधायक चुने गए थे. 1985 के चुनाव में कांग्रेस के मरगुब अहमद खान विधायक बने, 1989 में जेएनपी के प्रदीप यादव ने वापसी की और कांग्रेस के ऐतराम अली को हराया।
फिर 1991 में पहली बार बीजेपी ने यहां जीत का खाता खोला. इस सीट पर पार्टी प्रत्याशी रामदेव आचार्य ने जीत हासिल की थी, लेकिन 1993 के चुनाव में बीजेपी के रामदेव आचार्य सपा के इश्तियाक अहमद खान से हार गए थे.
1996 के चुनाव में बीजेपी के रामदेव आचार्य ने सपा के इश्तियाक अहमद को हराकर वापस आकर विधायक चुने गए थे. 2002 और 2007 में सपा के अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां जीते। दोनों चुनावों में बसपा दूसरे नंबर पर रही, लेकिन 2012 के चुनाव में बीजेपी के रामचंद्र यादव ने सपा के अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां को 900 से ज्यादा वोटों से हराया. 2017 में भी बीजेपी के रामचंद्र यादव ने जीत दर्ज की थी और सपा उम्मीदवारों को 31 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.
मुसलमानों के साथ-साथ ओबीसी और दलित वोटरों की संख्या ज्यादा है-
रुदौली विधानसभा सीट पर चार लाख मतदाता हैं.यह सीट अयोध्या से 40 किलोमीटर दूर स्थित है. इस सीट पर सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं। यहां पिछड़ी और अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या भी अधिक है। इस सीट पर मुस्लिम वोटर किसी भी पार्टी की जीत या हार तय करने का काम करते हैं.हालांकि पिछले दो विधानसभा चुनावों में बीजेपी इस सीट पर जीत दर्ज करने में सफल रही है.
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