स्वाति और दयाशंकर करा रहे फजीहत, नहीं सुधरे तो पार्टी दिखा देगी बाहर का रास्ता !

यहां तक तो ठीक था, जले पर नमक का काम किया स्वाती के एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग ने। जिसमें स्‍वाति पति दयाशंकर पर मारपीट और प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगा रही हैं।

लखनऊ: स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ी, अपर्णा यादव बीजेपी में आई तो बीजेपी ने इसे मौके की तरह लिया। अपर्णा व स्वामी की बेटी सांसद संघमित्रा को पोस्टर गर्ल बना पार्टी को महिला नेताओं के लिए सबसे सुरक्षित घोषित कर दिया। यहां तक तो ठीक था, लेकिन फिर जो हुआ उसके बाद बीजेपी समझ नहीं पा रही कि घर को कैसे बचाए।

दरअसल हुआ ये कि योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह दोनों सरोजनी नगर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। यहां तक तो ठीक था, जले पर नमक का काम किया स्वाती के एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग ने। जिसमें स्‍वाति पति दयाशंकर पर मारपीट और प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगा रही हैं।

दयाशंकर ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र टिप्पणी की। बदले में बसपा नेताओं ने उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसके बाद स्वाति ने मोर्चा संभाल लिया। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में उन्हें लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से प्रत्याशी बना दिया। सीट पर स्वाती ने कब्जा किया और उन्हें योगी आदित्यनाथ की सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया। ये तो रही पुरानी बात अब। जो घटनाक्रम चल रहा है वो बीजेपी की फजीहत करा रहा है।

बीजेपी के हमारे सूत्रों के मुताबिक पार्टी स्वाति और दयाशंकर के बीच के मामले को गंभीरता से ले रही है। महिला सम्मान के मुद्दे पर पार्टी समझौता करने के मूड में नहीं है। ऐसे में पार्टी दयाशंकर और स्वाती को बोल चुकी है कि वो इस मामले को सही से निपटा लें। चुनावी समय में पार्टी की छवि के साथ खिलवाड़ सही नहीं है। यदि दोनों नहीं मानते हैं तो पार्टी सरोजनी नगर सीट से किसी अन्य को टिकट देगी, साथ ही पति-पत्नी या फिर सिर्फ पति को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।

अब देखना ये होगा कि इस मामले में क्या नया मोड़ आता है। फिलहाल तो बीजेपी विपक्ष के सामने कमजोर नजर आ रही है और ऐसे में ये घटना शर्मिंदा होने के लिए काफी है।

Related Articles

Back to top button