महाराजगंज: वोटरों को छोड़ अपने आकाओं की परिक्रमा में जुट गए हैं भावी प्रत्याशी
महाराजगंज जिले के विधानसभा क्षेत्रों में चल रही चर्चाओं के अनुसार यहां सत्ताधारी बीजेपी समेत विपक्षी सपा बसपा एवं कांग्रेस में टिकट के लिए होड़ मची हुई है
महाराजगंज जिले के विधानसभा क्षेत्रों में चल रही चर्चाओं के अनुसार यहां सत्ताधारी बीजेपी समेत विपक्षी सपा बसपा एवं कांग्रेस में टिकट के लिए होड़ मची हुई है. सूत्रों की माने तो सभी दलों के दावेदार क्षेत्र छोड़कर लखनऊ और जरूरत पड़ने पर दिल्ली तक चक्कर लगा रहे हैं कुछ भावी प्रत्याशी के दावेदार बड़े नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए उनके गृह नगर तक दस्तक देने से गुरेज नहीं कर रहे है
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों की भावी प्रत्याशियों द्वारा क्षेत्रों के मतदाताओं का परिक्रमा छोड़ लखनऊ में अपने आकाओं के परिक्रमा में जुट गए ताकि उनका टिकट पक्का हो सके जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में नेताओं की सक्रियता कम होने के साथ ही आम लोगों के बीच विभिन्न दलों के टिकट दावेदारों की चर्चाएं तेज से हो गई है जिले के विधानसभा क्षेत्रों में चल रही चर्चाओं के अनुसार यहां सत्ताधारी बीजेपी समेत विपक्षी समाजवादी पार्टी बसपा एवं कांग्रेस में टिकट के लिए होड़ मची हुई है.
सूत्रों की मानें तो सभी दलों के दावेदार क्षेत्र छोड़कर विधानसभा लखनऊ और जरूरत पड़ने पर दिल्ली तक चक्कर लगा रहे हैं लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि दिल्ली और लखनऊ से मोल भाव कर के टिकट दिया जाता है कुछ दलों के दावेदार बड़े नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए उनके गुजरात व गृह नगर तक दस्तक देने से गुरेज नहीं कर रहे हैं.
पार्टी की नीतियों के हिसाब से पनियारा विधानसभा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह और रिटायरमेंट के करीब है लेकिन देखना है कि पार्टी उनके ऊपर दाव लगाती है कि नहीं सूत्रों की माने तो पनियारा विधानसभा क्षेत्र के दावेदारों की सक्रियता पर नजर दौड़ आएंगे तो सपा व बहुजन समाज पार्टी में दावेदारी की संख्या अन्य विधानसभा प्रत्याशियों से अधिक है कांग्रेश प्रत्याशी के रूप में शरदेंदु पांडे का घोषणा होने पर भी चुनावी सरगर्मियां अभी ज्यादा नहीं बडी रही हैं .
महाराजगंज सदर विधानसभा-
महाराजगंज सदर विधानसभा से कांग्रेस ने अपने पत्ते खोलते हुए आलोक प्रसाद को प्रत्याशी घोषित कर दिया है वहीं भाजपा विधायक जय मंगल कनौजिया बीते दिनों करोना पॉजिटिव होने के बाद मुख्यमंत्री से मिलने गोरखपुर गोरखनाथ मंदिर में चले गए जिसके उपरांत उनके ऊपर महाराजगंज सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हो चुका है उसके बाद विधायक जय मंगल कनौजिया को लेकर कई बातें शुरू हो गई हैं.जिसके कारण टिकट की दावेदारी की हलचल बढ़ गई है. यहां सर्वाधिक घमासान समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में दिख रही है. टिकट के अधिकांश दावेदार लखनऊ में डेरा जमाए हैं. जरूरत महसूस होने पर गाहे-बगाहे दिल्ली तक भी दौड़ लगाने से नहीं चूक रहे हैं.
सिसवा विधानसभा क्षेत्र-
वहीं सिसवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक सागर पटेल भी अपना क्षेत्र छोड़कर लखनऊ दिल्ली का परिक्रमा लगा रहे हैं वहीं पूर्व मंत्री शिवेंद्र सिंह लोगों को भरोसा दिलाते हुए कि भाजपा से टिकट हमें ही मिलेगा जनता जनसंपर्क में जुट गये है फरेंदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस द्वारा कई बार लगता दूसरे नंबर पर रहने वाले प्रत्याशी वीरेंद्र चौधरी को पुनः एक बार कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया है वहीं भाजपा विधायक बजरंग बहादुर सिंह बीजेपी के जन विश्वास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने विधानसभा क्षेत्र में लाकर लोगों में विश्वास दिलाने में लगे हुए हैं कि इस बार भी टिकट हमें ही मिलेगी और व अन्य प्रत्याशी की तरह राजधानी की परिक्रमा में लगे हुए हैं.
ऐसे में मतदाताओं की निगाहें भी विभिन्न पार्टियों के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरने वाले दावेदारों पर टिकी हुई है जिले के चर्चित विधानसभा क्षेत्र नौतनवा से मोदी लहर में भी पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमन मणि त्रिपाठी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतने में सफल रहे अब देखना है कि इस बार इस क्षेत्र में जनता किसे अपना विधायक चुनती है.
वैसे अमरमणि त्रिपाठी भाजपा के गठबंधन दल निषाद पार्टी से चुनाव लड़ने की बात कर रहे है वहीं समाजवादी पार्टी के दावेदारी कर रहे पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह के भाई कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह चुनाव लड़ने की बात कर रहे है जबकि भाजपा सपा एवं प्रमुख दावेदारी की लिस्ट लंबी है.
रिपोर्ट-अशफाक खान
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