इस दिन नीतीश कुमार कर सकतें है बड़ा ऐलान, गठबंधन की आशंका

रिश्तों में आई इस खटास के बीच अब जदयू ने उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

बिहार में बीजेपी और जदयू नेता सम्राट अशोक को लेकर पहले से ही आमने-सामने हैं। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जो दोनों पार्टियों के बीच कटुता को साफ दिखाता है। रिश्तों में आई इस खटास के बीच अब जदयू ने उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस बात की पुष्टि पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने की है।

त्यागी के मुताबिक 18 जनवरी को लखनऊ में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी जिसके बाद पार्टी के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होने की संभावना है। बैठक में केसी त्यागी के अलावा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल भी मौजूद रहेंगे। हालांकि सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के भी बैठक में शामिल होने की संभावना है।

जदयू ने पहले घोषणा की थी कि वह भाजपा के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश का चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि, पिछले साल जुलाई में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद, ललन सिंह ने घोषणा की थी कि अगर भाजपा के साथ गठबंधन नहीं होता है, तो भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।

पार्टी ने बीजेपी से बातचीत की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को सौंपी थी। लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की ओर से कोई उत्साहजनक पहल नहीं की गई। यहां तक ​​कि दोनों पक्षों के बीच औपचारिक बातचीत भी नहीं हो सकी। ऐसे में बीजेपी को दाम न मिलने को देखते हुए अब जदयू ने अकेले मैदान में उतरने का फैसला किया है। 18 जनवरी को होने वाली बैठक में पार्टी कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, इस पर फैसला लिया जाएगा, लेकिन सूत्रों के मुताबिक करीब 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला हो सकता है।

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