सुल्तानपुर। निजी पैसों से एसडीएम ने बेजुबानों के प्रति दिखाया प्रेम, बांटे ऊनी कपड़े

सुल्तानपुर। आज एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला जहाँ एक और पशुओं को प्रेम करने वाले अधिकारी का चेहरा सामने आया जी हाँ हम बात कर रहे हैं।

सुल्तानपुर। आज एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला जहाँ एक और पशुओं को प्रेम करने वाले अधिकारी का चेहरा सामने आया जी हाँ हम बात कर रहे हैं। मेनका गांधी के जिले वाले सुलतानपुर की जहाँ से वे सांसद हैं वहां जयसिंहपुर तहसील के एसडीएम भी सांसद जैसी अच्छी सोच रखते हैं। सांसद का तो पशु प्रेम जगजाहिर है। अब एसडीएम का भी बेजुबानों के साथ प्रेम उजागर हुआ है। गो आश्रय स्थल पर पहुंचकर आज उन्होंने वहां गोवंशो को ऊनी कपड़े पहनाए। इसका खर्च उन्होंने स्वयं वहन किया।

बताते चलें कि जहाँ एक ओर इस बारिश वाली दिसंबर में ठंड का सितम जारी है। शहर तो शहर ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड के चलते इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवर भी कांप उठें हैं। गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए जहां प्रशासन ने अस्थाई शेल्टर होम बनवा रखा है। लेकिन बेजुबान जानवरों को ठंड से बचाने के लिए क्या उपाय किया जा सकता है और कैसे इनको ढंड से बचाया जा सकता है।

तो वही ऐसे बारिश वाली ठंड में सुलतानपुर के जयसिंहपुर तहसील के एसडीएम अरविंद कुमार आगे आए हैं। उन्होंने गोवंशों को ठंड और सर्द हवाओं से बचाने के लिए गर्म कपड़ों का इंतजाम किया। क्षेत्र के मलिकपुर बखरा में बने गो-आश्रय स्थल के गोवंशों को ठंड से बचाने के लिए टीनशेड को पॉलीथिन से चारों तरफ से ढकवा दिया है। छोटे-छोटे बछिया व बछड़ों को ठंड से ठिठुरता देख एसडीएम जयसिंहपुर ने अपने निजी पैसे से उन गौवंशो को ऊनी कपड़ों की व्यवस्था कर उनके जैकेट सिलवाए और गो-आश्रय स्थल पहुंचकर अपने हाथों से कई बछड़ों को ऊनी कपड़े पहनाए।

साथ ही साथ गो-आश्रय स्थल में तैनात पशुपालकों से सभी गोवंशों को ऊनी कपड़े पहनाने को कहा। शिथिलता पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की भी बात कही। उन्होंने बताया कि जल्द ही प्रशासनिक स्तर से जूट के कोट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने पशुपालकों को भी ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरित किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अन्य गो-आश्रय स्थल पर भी इस तरह की व्यवस्था एक-दो दिन में की जाएगी।

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