चुनाव 2022 : आजमगढ़ मंडल में सपा के लिए गढ़ वापसी का मौका, दबाव में बीजेपी

ये मंडल सियासी तौर पर काफी वैभवशाली रहा है इसकी बानगी आप देख ही चुके हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो मंडल की 21 सीटों में से 16 पर सपा ने कब्जा जमाया वहीं बसपा को 4 सीट जबकि 1 सीट कौमी एकता दल को मिली।

आजमगढ़ : राहुल सांकृत्यायन, अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ कैफी आजमी हों या पूर्व पीएम चंद्रशेखर, कल्पनाथ राय, मुलायम सिंह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सभी का इस मंडल से गहरा नाता रहा है। लेकिन इसके बाद भी उद्योगों, बेरोजगारी और शिक्षा का अभाव यहां की बड़ी समस्या है। चुनाव में मुद्दा तो बनता है, लेकिन सफर चुनाव ही रह जाता है। यही वजह है कि कई बार ये मंडल बुरी बातों और घटनाओं के लिए चर्चा में आ जाता है। मंडल में 3 जिले हैं आजमगढ़, बलिया और मऊ तीनों में यही स्थिति नजर आती है।

ये भी पढ़ें : चुनाव 2022 : अलीगढ़ मंडल में बीजेपी का किला मुश्किल में.. 22 में बाइसिकल !

ये मंडल सियासी तौर पर काफी वैभवशाली रहा है इसकी बानगी आप देख ही चुके हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो मंडल की 21 सीटों में से 16 पर सपा ने कब्जा जमाया वहीं बसपा को 4 सीट जबकि 1 सीट कौमी एकता दल को मिली। इसके बाद जब 2017 के चुनाव हुए तो बीजेपी ने 9 सीटों पर भगवा फहरा दिया। बसपा और सपा को मिली छह-छह सीट। यहां इस बार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के प्रति झुकाव साफ नजर या रहा है।

 

हाल क्या है दिलों का ना पूछो 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

गांवों को जोड़ने वाली सड़कें, बात करने के लायक नहीं शहर का क्या ही हाल कहें। कॉटन मिल, सिल्क साड़ी का कारोबार है लेकिन बेरोजगारी सुरसा बनी है। हॉस्पिटल हैं इलाज नहीं है। या तो वाराणसी जाइए या प्रयागराज। बलिया कई इलाकों में पानी में मिला आर्सेनिक जवानी को बूढ़ा बना रहा। अब हम आपके सामने खोलने वाले हैं जिलेवार मुसीबतों का पिटारा।

आजमगढ़ की बात करें, तो 20 एकड़ का पैरामेडिकल कॉलेज 28317.95 लाख खर्च होने के बाद भी अपने शुरू होने की राह ताक रहा है। मेडिकल कॉलेज और कृषि महाविद्यालय हैं। एक यूनिवर्सिटी का शिलान्यास हो चुका है। हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में बदल चुकी है, लेकिन उड़ान का इंतजार है। बनारसी साड़ी, रेशमी साड़ी के लिए बाजार नहीं है। पावरलूम विपणन केंद्र उद्घाटन की बाट जोह रहा है। सड़कों का बुरा हाल है। बिजली प्रेमिका जैसी है आती है जाती है लेकिन बताती नहीं।

Maharajganj

मऊ, यानि कि बाहुबली मुख्तार अंसारी का किला, लेकिन इसके अलावा भी यहां बहुत कुछ है जिसपर बात की जा सकती है। घोसी चीनी मिल जल्द ही चालू हो जाएगी, मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस ने जिले को दिल्ली से जोड़ दिया है। यूपी स्टेट स्पिनिंग मिल्स और स्वदेशी कॉटन मिल को चालू करने का वादा तो हुआ लेकिन वो वादा ही रहा। सरयू यहां के लोगों के लिए बुरा सपना ही है।

बलिया : पानी में आर्सेनिक की वजह से चर्मरोग, हड्डियों की कमजोरी और बीमारियों से जनता जूझ रही है। कॉटन, चीनी मिलें बंद हैं। जिला तीन ओर से बिहार से घिरा है। सरयू और गंगा यहां इठलाती नहीं बल्कि डराती हैं। बारिश के मौसम में बलिया डूबने लगता है।

दिल बदले तो दल बदले

फूलपुर पवई से बीजेपी विधायक अरुण यादव के पिता यानि की पूर्व सांसद रमाकांत यादव सपा के पाले में हैं। बसपा नेता सुखदेव राजभर के निधन के बाद बेटा सपा में शामिल है। बसपा नेता शाह आलम सपा के खाते में दर्ज हैं। दारा सिंह चौहान, फागू चौहान बीजेपी का झंडा मजबूती से थामे हैं। नेता प्रतिपक्ष सपा नेता रामगोविंद चौधरी इलाके के सबसे बड़े समाजवादी नेता हैं।

Etah

अब देखिए मंडल की सभी सीटों का समीकरण

आजमगढ़ 10 सीट

मेहनगर (सु.) : सपा के कल्पनाथ पासवान विधायक।

समीकरण : ब्राह्मण लगभग 20 हजार, क्षत्रिय 23 हजार, यादव 70 हजार, राजभर 38 हजार, चौहान 35 हजार, अनुसूचित जातियां 1.26 लाख और मुस्लिम 20 हजार।

आजमगढ़ (सदर) : सपा के दुर्गा प्रसाद यादव विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 75 हजार, अनुसूचित जातियां 62 हजार, क्षत्रिय 45 हजार, ब्राह्मण 21 हजार और मुस्लिम 58 हजार।

अतरौलिया : सपा के डॉ. संग्राम यादव विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 68 हजार, अनुसूचित जातियां 53 हजार, मुस्लिम 32 हजार, निषाद 35 हजार, ब्राह्मण 48 हजार, क्षत्रिय 38 हजार।

लालगंज (सु.) : बसपा के आजाद अरिमर्दन विधायक।

समीकरण : अनुसूचित जातियां लगभग 90 हजार, क्षत्रिय 45 हजार, भूमिहार 47 हजार, मुस्लिम 40 हजार और यादव 30 हजार।

मुबारकपुर : बसपा से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली विधायक। साइकिल पर सवार।

समीकरण : मुस्लिम लगभग 1.10 लाख, अनुसूचित जातियां 78 हजार, यादव 61 हजार, राजभर 17 हजार, चौहान 14 हजार, ब्राह्मण साढ़े पांच हजार।

सगड़ी (सु.) : बसपा की बंदना सिंह विधायक। बीजेपी में शामिल।

समीकरण : अनुसूचित जातियां लगभग 82 हजार, यादव 55 हजार, कुर्मी 40 हजार, मुस्लिम 30 हजार, क्षत्रिय 20 हजार, और ब्राह्मण 13 हजार।

दीदारगंज : बसपा के सुखदेव राजभर विधायक थे। निधन।

समीकरण : मुस्लिम लगभग 85 हजार, अनुसूचित जातियां 80 हजार, यादव 43 हजार और राजभर 45 हजार।

फूलपुर-पवई : बीजेपी के अरुण कुमार यादव विधायक हैं।

समीकरण : यादव लगभग 58 हजार, अनुसूचित जातियां 43 हजार, मुस्लिम 42 हजार, ब्राह्मण 15 हजार, क्षत्रिय 16 हजार।

गोपालपुर : सपा के नफीस अहमद विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 68 हजार, अनुसूचित जातियां 53 हजार, मुस्लिम 42 हजार, राजभर 28 हजार, ब्राह्मण 18 हजार, और क्षत्रिय 18 हजार।

निजामाबाद : सपा के आलमबदी आजमी विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 62 हजार, मुस्लिम 57 हजार, भूमिहार 33 हजार, ब्राह्मण 22 हजार, क्षत्रिय 19 हजार और अनुसूचित जातियां 20 हजार।

मऊ 4 सीट

मधुबन : कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 80 हजार, अनुसूचित जातियां 70 हजार, राजभर 25 हजार, चौहान 24 हजार, मुस्लिम 22 हजार और ब्राह्मण 16 हजार।

घोसी : बीजेपी के विजय राजभर विधायक।

समीकरण : मुस्लिम लगभग 85 हजार, अनुसूचित जातियां 70 हजार, यादव 56 हजार, राजभर 52 हजार, चौहान 46 हजार और ब्राह्मण आठ हजार।

मुहम्मदाबाद गोहना (सु.) : बीजेपी के श्रीराम सोनकर विधायक।

समीकरण : अनुसूचित जातियां लगभग 88 हजार, यादव 62 हजार, मुस्लिम 58 हजार और ब्राह्मण 6 हजार।

मऊ सदर : बसपा से मुख्तार अंसारी विधायक।

समीकरण : मुस्लिम लगभग 1.70 लाख, अनुसूचित जातियां 91 हजार, यादव व राजभर 45-45 हजार, चौहान 42 हजार, क्षत्रिय 18 हजार और ब्राह्मण 6 हजार।

बलिया 7 सीट

बलिया : बीजेपी के आनंद स्वरूप शुक्ला विधायक।

समीकरण : वैश्य लगभग 51 हजार, ब्राह्मण 46 हजार, यादव 42 हजार, क्षत्रिय. 36 हजार, मुस्लिम 35 हजार और भूमिहार 12 हजार।

बांसडीह : नेता प्रतिपक्ष सपा के रामगोविंद चौधरी विधायक।

समीकरण : राजभर लगभग 50 हजार, क्षत्रिय और यादव 45-45 हजार, ब्राह्मण 40 हजार, बिंद-मल्लाह 20 हजार, अन्य अनुसूचित जातियां 20 हजार और मुस्लिम 15 हजार।

फेफना : बीजेपी के उपेंद्र तिवारी विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 60 हजार, अनुसूचित जातियां 60 हजार, क्षत्रिय 35 हजार, राजभर 20 हजार, ब्राह्मण और भूमिहार 15-15 हजार और मुस्लिम 10 हजार।

सिकंदरपुर : बीजेपी के संजय यादव विधायक।

समीकरण : क्षत्रिय लगभग 30 हजार, यादव, राजभर और मुस्लिम 25-25 हजार, ब्राह्मण 16 हजार और भूमिहार 12 हजार।

रसड़ा : बसपा के उमाशंकर सिंह विधायक।

समीकरण : अनुसूचित जातियां लगभग 90 हजार, मुस्लिम 42 हजार, यादव 37 हजार, क्षत्रिय 33 हजार, वैश्य 15 हजार, ब्राह्मण 10 हजार और कुशवाहा 13 हजार।

बेल्थरारोड : बीजेपी के धनंजय कन्नौजिया विधायक।

समीकरण : अनुसूचित जातियां लगभग 80 हजार, यादव 60 हजार, मुस्लिम 30, क्षत्रिय 25 हजार, कुशवाहा 20 हजार और ब्राह्मण 10 हजार।

बैरिया : बीजेपी के सुरेंद्र सिंह विधायक।

समीकरण : यादव लगभग 85 हजार, क्षत्रिय 80 हजार, अनुसूचित जातियां 60 हजार, ब्राह्मण 40 हजार, मुस्लिम 10 हजार।

Related Articles

Back to top button