सुल्तानपुर महारैली में शामिल होने के लिये लखनऊ रवाना हुए हजारो कर्मचारी शिक्षक अधिकारी      

सुल्तानपुर आज पुरानी पेंशन बहाली समेत समस्त मांगो के समर्थन में सरकार के उपेक्षापूर्ण दमनकारी नीतियों के विरुद्ध आक्रोशित सरकारी उपक्रमो के संगठन आंदोलित है।

सुल्तानपुर आज पुरानी पेंशन (pension) बहाली समेत समस्त मांगो के समर्थन में सरकार के उपेक्षापूर्ण दमनकारी नीतियों के विरुद्ध आक्रोशित सरकारी उपक्रमो के संगठन आंदोलित है। जिसके मद्देनजर मंगलवार 30 नवम्बर को कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंसनर्स (pension) अधिकार मंच के तत्वाधान में तीसरे चरण के आंदोलन के लिए लखनऊ इको पार्क के लिए रवाना हो गए।

इसे भी पढ़ें – क्रिस्टियानो रोनाल्डो को पछाड़ सातवीं बार लियोनेल मेसी को मिला ‘बलोन डी ओर’ पुरस्कार

बताते चलें कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सभी ब्लॉक अध्यक्ष मंत्री बस द्वारा लगभग 2 हजार सुल्तानपुर के शिक्षक लखनऊ जा रहे है। कर्मचारी संयुक्त परिषद ,पी डब्ल्यू डी, डिप्लोमा इंजीनियर संघ,सिचाई विभाग, जल कल , गन्ना विभाग, लेखपाल, अमीन संघ, मिनिस्ट्रियल कलेक्ट्रेट संघ, अनुदेशक, शिक्षामित्र, रसोईया सफाई कर्मी आदि को मिलाकर लगभग 10 हजार की संख्या लखनऊ धरना में प्रतिभाग करने हेतु रवाना हो चुके है।निज़ाम खान प्रवक्ता ने बताया कि कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पेंसनर्स अधिकार मंच सुलतानपुर,पुरानी पेंशन समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन आज लखनऊ में लाखों शिक्षक-कर्मचारी लेंगे हिस्सा ।

इको गार्डेन में महारैली

तो वही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच के बैनर तले ईको गार्डन में महारैली होगी। पुरानी पेंशन समेत कई अहम् मांगों को लेकर प्रदेश के लाखों कर्मचारी और शिक्षक इस महारैली में शामिल होंगे। मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा और कर्मचारी नेता हरि किशोर तिवारी ने बताया कि हमारी विभिन्न मांगों को आज तक नहीं माना गया है। अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो आने वाले समय में यहां कई लाख शिक्षक और कर्मचारी इस महा रैली का हिस्सा बनेंगे।

तो वही अवगत कराते चले कि महारैली में पुरानी पेंशन बहाली, समान कार्य के लिए समान वेतन, कैशलेश चिकित्सा सेवा के समर्थन एवं निजीकरण, एनपीएस, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों सहित संविदाकर्मियों को स्थायी करना, संविलियन विद्यालय निरस्त करना, शिक्षकों की पदोन्नति, रसोइयों का मानदेय दस हजार करना, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ओर सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाना आदि का विरोध किया जायेगा। किसानों के आंदोलन के बाद अब शिक्षक कर्मचारी अधिकारी पेंशनर्स अधिकार मंच मऊ ने भी सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।

Related Articles

Back to top button