महोबा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की कई बड़े योजनाओं की शुरुआत

वीर वीरांगनाओं की धरती बुंदेलखंड की धरती  महोबा में प्रधानमंत्री जी का स्वागत है। बुंदेलखंड वीरता शौर्य के लिए जाना जाता रहा, लेकिन यहां के संसाधनों का उपयोग यहां के विकास, पेयजल के लिए हो, आज़ादी के बाद भी ये केवल सपना ही बना रह गया।

महोबा। वीर वीरांगनाओं की धरती बुंदेलखंड की धरती  महोबा (Mahoba) में प्रधानमंत्री जी का स्वागत है। बुंदेलखंड वीरता शौर्य के लिए जाना जाता रहा, लेकिन यहां के संसाधनों का उपयोग यहां के विकास, पेयजल के लिए हो, आज़ादी के बाद भी ये केवल सपना ही बना रह गया, किसी के दिमाग मे ये बात नही आई। 2014 में देश मे करिश्माई नेतृत्व मिला, जिनके नेतृत्व में विकास योजनाओं को पहुंचाने और दशकों से लंबित परियोजनाओं को महोबा (Mahoba) के आम जनमानस तक पहुचाने का कार्य शुरू हुआ।

ये चाहे बुंदेलखंड की प्यास के लिए हो,या फिर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे हो या फिर रक्षा क्षेत्र के लिए डिफेंस कॉरिडोर की बात हो, बुंदेलखंड, महोबा (Mahoba) में जय जवान जय किसान का मंत्र साकार हो रहा है। बुंदेलखंड के तीन जिलों की ढाई लाख एकड़ की भूमि और 4 लाख जनता के लिए ये अर्जुन सहायक बांध क्रांतिकारी होगा।

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केंद्रिय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया स्वागत

आज यहां राष्ट्र को योजनाओ का समर्पित करने के लिए प्रधानमंत्री जी को हृदय से बधाई अभिनन्दन करता हूँ – केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लोकार्पण के लिए बधाई, प्रधानमंत्री जी ने 2014 में एक यात्रा शुरू की थी कि सामान्य मानव के जीवन मे कल्याण कैसे लाया जाए। ये परियोजना भी उसी यात्रा का एक पड़ाव है, हमने 99 ऐसी परियोजना चिन्हित की जिससे सिंचाई में क्रांति आये इसमे 46 परियोजना पूरी हो चुकी हैं।

  • जल जीवन मिशन के माध्यम से इस क्षेत्र के लोगो के प्यास बुझाने का प्रयास किया गया, मैं राजस्थान से आता हूँ जहां एक एक बूंद पानी जीवन के लिए जरूरी है, इसलिए यहां बुंदेलखंड की इस जरूरत को समझा गया और 2024 तक इस पूरी परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा।
  • मैंने पिछले दिनों यहां आकर सारे कामो का समीक्षा किया था, मैं पूरे संकल्प के साथ कहता हूं कि तय समय मे कार्य पूरा होगा।
  • प्रधानमंत्री जी ने हम सब देश वासियों से एक अपेक्षा की है कि पानी जीवन और आजीविका के लिए जरूरी है,इसलिए बरसात की हर एक बूंद को हम संरक्षित करें।
  • इस जनांदोलन के साथ लोगो को जुड़ना जरूरी है कैच द रेन अभियान इसी का हिस्सा है।
  • जिस लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री चले हैं उसे हमे पूरा करना है।
  • इन परियोजनाओं जिनका यहां लोकार्पण होगा उस पानी को हमको बिना व्यर्थ किये इस्तेमाल करना होगा ।
  • आने वाले समय मे बुंदेलखंड को खुशहाली के रास्ते पर ले जाना है।

 

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